पश्चिम बंगाल में हिन्दी भाषा का घोर अपमान हो रहा है। हिन्दी भाषा एवं हिन्दी भाषी समाज का उपयोग केवल राजनीति चलाने के लिए किया जाता है। ये बातें मुख्यमंत्री का छात्र-छात्राओं के लिए बांग्ला, अंग्रेजी में शुभकामनाएं संदेश दर्शाती है। हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी में उपलब्ध नहीं है। बताते चलें कि नव वर्ष प्रारंभ होते ही पश्चिम पश्चिम बंगाल राज्य का नया शिक्षा वर्ष भी आरंभ हो जाता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुभकामनाएं संदेश छात्र छात्राओं को वितरित किया जाता है। लेकिन इस वर्ष हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए यह संदेश हिन्दी भाषा में उपलब्ध नहीं है।
सिलीगुड़ी शिक्षा जिला में हिन्दी माध्यम के छात्रों की संख्या भी काफी है। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी में क्यों नही उपलब्ध हो पाया है। यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है ? वहीं हिन्दी माध्यम के प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी इस संदेश को समझना तो दूर की बात है, पढ भी नहीं पायेंगे। ऐसे में ‘हिन्दी भाषी संग दीदी’ यह स्लोगन हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए मजाक लग रहा है। वहीं शिक्षक सूत्रों के अनुसार 2022 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शुभकामनाएं संदेश हिन्दी छात्र -छात्राएं के लिए हिन्दी भाषा में भी आया था। लेकिन इस वर्ष नहीं आया है। इस संबंध में देशबंधु हिन्दी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक जय किशोर पांडेय ने कहा कि हिन्दी भाषा में आना ही चाहिए।
यहां तो हिन्दी छात्र -छात्राएं भी काफी ज्यादा है। इसलिए सभी भाषा में आना चाहिए। जबकि मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश जब बांग्ला, अंग्रेजी भाषाओं में छात्र -छात्राएं का आता है। तो हिन्दी भाषा में भी मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी छात्र -छात्राएं के लिए जरूर आना चाहिए। वहीं इस संबंध में हिन्दी प्रकोष्ठ तृणमूल कांग्रेस के स्टेट उपाध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि इसकी जानकारी उसे नहीं है। बांग्ला, अंग्रेजी में आया है, उन्होंने अभी देखा नहीं है। अगर हिन्दी में नहीं आया है तो आ जायेगा। बाकी अभी कुछ बोल नहीं सकते हैं। देखने के बाद ही कुछ बोल पायेंगे।
सारस न्यूज़, सालीगुड़ी।
पश्चिम बंगाल में हिन्दी भाषा का घोर अपमान हो रहा है। हिन्दी भाषा एवं हिन्दी भाषी समाज का उपयोग केवल राजनीति चलाने के लिए किया जाता है। ये बातें मुख्यमंत्री का छात्र-छात्राओं के लिए बांग्ला, अंग्रेजी में शुभकामनाएं संदेश दर्शाती है। हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी में उपलब्ध नहीं है। बताते चलें कि नव वर्ष प्रारंभ होते ही पश्चिम पश्चिम बंगाल राज्य का नया शिक्षा वर्ष भी आरंभ हो जाता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुभकामनाएं संदेश छात्र छात्राओं को वितरित किया जाता है। लेकिन इस वर्ष हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए यह संदेश हिन्दी भाषा में उपलब्ध नहीं है।
सिलीगुड़ी शिक्षा जिला में हिन्दी माध्यम के छात्रों की संख्या भी काफी है। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी में क्यों नही उपलब्ध हो पाया है। यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है ? वहीं हिन्दी माध्यम के प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी इस संदेश को समझना तो दूर की बात है, पढ भी नहीं पायेंगे। ऐसे में ‘हिन्दी भाषी संग दीदी’ यह स्लोगन हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए मजाक लग रहा है। वहीं शिक्षक सूत्रों के अनुसार 2022 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शुभकामनाएं संदेश हिन्दी छात्र -छात्राएं के लिए हिन्दी भाषा में भी आया था। लेकिन इस वर्ष नहीं आया है। इस संबंध में देशबंधु हिन्दी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक जय किशोर पांडेय ने कहा कि हिन्दी भाषा में आना ही चाहिए।
यहां तो हिन्दी छात्र -छात्राएं भी काफी ज्यादा है। इसलिए सभी भाषा में आना चाहिए। जबकि मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश जब बांग्ला, अंग्रेजी भाषाओं में छात्र -छात्राएं का आता है। तो हिन्दी भाषा में भी मुख्यमंत्री का शुभकामनाएं संदेश हिन्दी छात्र -छात्राएं के लिए जरूर आना चाहिए। वहीं इस संबंध में हिन्दी प्रकोष्ठ तृणमूल कांग्रेस के स्टेट उपाध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि इसकी जानकारी उसे नहीं है। बांग्ला, अंग्रेजी में आया है, उन्होंने अभी देखा नहीं है। अगर हिन्दी में नहीं आया है तो आ जायेगा। बाकी अभी कुछ बोल नहीं सकते हैं। देखने के बाद ही कुछ बोल पायेंगे।
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