बिहार विधानसभा चुनाव में मुकाबला तेज होता जा रहा है। इसी बीच विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक आज यानी 28 अक्टूबर 2025 को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है। इसकी जानकारी राजद नेता और गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने दी है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह घोषणा पत्र बिहार के युवा, किसान, मजदूर, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून-व्यवस्था सुधार पर विशेष जोर दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार को नई दिशा देना है। यह घोषणा पत्र जनता की आकांक्षाओं का दस्तावेज़ होगा।”
इस बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार, 29 अक्टूबर से बिहार में मुजफ्फरपुर और दरभंगा जिलों में चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। राहुल गांधी पहले ही ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के माध्यम से राज्य के विभिन्न इलाकों में जनता से संवाद कर चुके हैं।
RJD में अनुशासनहीनता पर बड़ी कार्रवाई
इधर, चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 27 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें दो विधायक, चार पूर्व विधायक और एक पूर्व विधान पार्षद (MLC) भी शामिल हैं।
राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पार्टी ने इन नेताओं की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी है। निष्कासित विधायकों में छोटे लाल राय (परसा) और मो. कमरान (गोविंदपुर) का नाम प्रमुख है।
वक्फ एक्ट पर सियासी बयानबाजी
इस बीच तेजस्वी यादव के वक्फ एक्ट को लेकर दिए गए बयान पर राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वक्फ एक्ट संसद द्वारा पारित एक केंद्रीय कानून है, जिसे किसी राज्य सरकार द्वारा खत्म नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर महागठबंधन को बहुमत मिलता है, तब भी राज्य विधानसभा में किए गए संशोधन को राज्यपाल या राष्ट्रपति की मंजूरी के बिना लागू नहीं किया जा सकता।
पूनावाला ने तेजस्वी यादव से मुस्लिम समुदाय को पार्टी में अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने की अपील की और कहा, “वक्फ कानून को हटाया नहीं जा सकता, लेकिन यदि आप वाकई मुसलमानों की चिंता करते हैं, तो उन्हें टिकट में अधिक हिस्सेदारी दें।”
CPI(ML) प्रत्याशी ने पेश की मिसाल
अरrah विधानसभा क्षेत्र से CPI (ML) प्रत्याशी क़य्यूमुद्दीन अंसारी ने महज ₹37,000 की संपत्ति घोषित की है और जनता से ₹10-₹20 के छोटे योगदान के जरिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह “पैसे की ताकत नहीं, जनता की ताकत” से चुनाव जीतने का विश्वास रखते हैं।
राजनीतिक परिवारों की नई पीढ़ी मैदान में
वहीं, चेतन आनंद (पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे) और अजीत कुमार, दो राजपूत प्रत्याशी भी अपने-अपने राजनीतिक विरासत को बचाने की लड़ाई में उतरे हैं। चेतन आनंद नबीनगर (औरंगाबाद) सीट से जदयू प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।
बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सियासी तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। आज INDIA ब्लॉक का घोषणा पत्र और कल राहुल गांधी का प्रचार—दोनों से बिहार की राजनीति में नई हलचल तय मानी जा रही है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
बिहार विधानसभा चुनाव में मुकाबला तेज होता जा रहा है। इसी बीच विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक आज यानी 28 अक्टूबर 2025 को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है। इसकी जानकारी राजद नेता और गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने दी है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह घोषणा पत्र बिहार के युवा, किसान, मजदूर, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून-व्यवस्था सुधार पर विशेष जोर दिया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार को नई दिशा देना है। यह घोषणा पत्र जनता की आकांक्षाओं का दस्तावेज़ होगा।”
इस बीच कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार, 29 अक्टूबर से बिहार में मुजफ्फरपुर और दरभंगा जिलों में चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। राहुल गांधी पहले ही ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के माध्यम से राज्य के विभिन्न इलाकों में जनता से संवाद कर चुके हैं।
RJD में अनुशासनहीनता पर बड़ी कार्रवाई
इधर, चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 27 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इनमें दो विधायक, चार पूर्व विधायक और एक पूर्व विधान पार्षद (MLC) भी शामिल हैं।
राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पार्टी ने इन नेताओं की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर दी है। निष्कासित विधायकों में छोटे लाल राय (परसा) और मो. कमरान (गोविंदपुर) का नाम प्रमुख है।
वक्फ एक्ट पर सियासी बयानबाजी
इस बीच तेजस्वी यादव के वक्फ एक्ट को लेकर दिए गए बयान पर राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वक्फ एक्ट संसद द्वारा पारित एक केंद्रीय कानून है, जिसे किसी राज्य सरकार द्वारा खत्म नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर महागठबंधन को बहुमत मिलता है, तब भी राज्य विधानसभा में किए गए संशोधन को राज्यपाल या राष्ट्रपति की मंजूरी के बिना लागू नहीं किया जा सकता।
पूनावाला ने तेजस्वी यादव से मुस्लिम समुदाय को पार्टी में अधिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व देने की अपील की और कहा, “वक्फ कानून को हटाया नहीं जा सकता, लेकिन यदि आप वाकई मुसलमानों की चिंता करते हैं, तो उन्हें टिकट में अधिक हिस्सेदारी दें।”
CPI(ML) प्रत्याशी ने पेश की मिसाल
अरrah विधानसभा क्षेत्र से CPI (ML) प्रत्याशी क़य्यूमुद्दीन अंसारी ने महज ₹37,000 की संपत्ति घोषित की है और जनता से ₹10-₹20 के छोटे योगदान के जरिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह “पैसे की ताकत नहीं, जनता की ताकत” से चुनाव जीतने का विश्वास रखते हैं।
राजनीतिक परिवारों की नई पीढ़ी मैदान में
वहीं, चेतन आनंद (पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे) और अजीत कुमार, दो राजपूत प्रत्याशी भी अपने-अपने राजनीतिक विरासत को बचाने की लड़ाई में उतरे हैं। चेतन आनंद नबीनगर (औरंगाबाद) सीट से जदयू प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं।
बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सियासी तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। आज INDIA ब्लॉक का घोषणा पत्र और कल राहुल गांधी का प्रचार—दोनों से बिहार की राजनीति में नई हलचल तय मानी जा रही है।
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