सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट कर नाबालिग लड़की की छवि खराब करने वाले एक आरोपी को पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला अमौर थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां एक व्यक्ति ने फर्जी पहचान (फेक आईडी) के जरिए लड़की की तस्वीर वायरल की और आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने जानबूझकर एक नाबालिग बालिका का फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एडिट कर शेयर किया था। इसके साथ ही भ्रामक और आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की गईं, जिससे लड़की और उसके परिजनों को मानसिक आघात पहुँचा।
घटना की जानकारी मिलते ही बिहार पुलिस की साइबर सेल और अमौर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी के पास से मोबाइल फोन और संबंधित डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं।
👮♂️ पुलिस का बयान:
थानाध्यक्ष अमौर ने बताया कि “सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर किसी की छवि धूमिल करने की अनुमति कानून नहीं देता। आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
🚨 प्रशासन की चेतावनी:
बिहार पुलिस ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाना या किसी नाबालिग के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री शेयर करना गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
📌 बिहार पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से समाज में एक सख्त संदेश गया है कि साइबर अपराध करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट कर नाबालिग लड़की की छवि खराब करने वाले एक आरोपी को पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला अमौर थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां एक व्यक्ति ने फर्जी पहचान (फेक आईडी) के जरिए लड़की की तस्वीर वायरल की और आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी ने जानबूझकर एक नाबालिग बालिका का फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एडिट कर शेयर किया था। इसके साथ ही भ्रामक और आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की गईं, जिससे लड़की और उसके परिजनों को मानसिक आघात पहुँचा।
घटना की जानकारी मिलते ही बिहार पुलिस की साइबर सेल और अमौर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी के पास से मोबाइल फोन और संबंधित डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए गए हैं।
👮♂️ पुलिस का बयान:
थानाध्यक्ष अमौर ने बताया कि “सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर किसी की छवि धूमिल करने की अनुमति कानून नहीं देता। आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
🚨 प्रशासन की चेतावनी:
बिहार पुलिस ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाना या किसी नाबालिग के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री शेयर करना गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
📌 बिहार पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से समाज में एक सख्त संदेश गया है कि साइबर अपराध करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
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