सारण। जम्मू के आर.एस. पुरा सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलीबारी में बिहार के सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र अंतर्गत नरायणपुर गांव के वीर जवान, बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए। इस दुखद समाचार से पूरे बिहार समेत देश भर में शोक की लहर है।
राज्य सरकार की ओर से शहीद इम्तियाज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी शहादत को सलाम करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा, “मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। यह राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार को ईश्वर यह दुख सहने की शक्ति दे।”
सारण जिले के गरखा प्रखंड के नारायणपुर गांव स्थित बी॰एस॰एफ॰ के सब इंस्पेक्टर शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पैतृक आवास पहुंचकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। शहीद मोहम्मद इम्तियाज जी की पत्नी, उनके सुपुत्र मोहम्मद इमरान रजा एवं मोहम्मद इमदाद रजा सहित अन्य परिजनों से बात कर उन्हें सांत्वना… pic.twitter.com/v8NVPkti3E
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की कि शहीद के निकटतम परिजन को ₹50 लाख की सम्मान राशि दी जाएगी और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री स्वयं नरायणपुर गांव स्थित शहीद के आवास पर पहुंचे और उनकी पत्नी, पुत्र मोहम्मद इमरान रजा एवं मोहम्मद इमदाद रजा समेत परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि शहीद ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए देश के लिए बलिदान दिया है, और उनकी शहादत पर पूरे राष्ट्र को गर्व है।
राज्य सरकार ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कई घोषणाएं की हैं:
शहीद इम्तियाज के बेटे को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।
चिंतामनगंज पुल से रहमपुर बाजार तक की सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा।
गांव के प्रवेश द्वार पर “शहीद द्वार” का निर्माण होगा।
नरायणपुर गांव में एक नया स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किया जाएगा।
शहीद की स्मृति में विशेष स्मारक भी बनाया जाएगा।
यह निर्णय न केवल राज्य की संवेदनशीलता को दर्शाता है बल्कि यह भी बताता है कि देश अपने वीर सपूतों को कभी नहीं भूलता। शहीद मोहम्मद इम्तियाज की शहादत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
सारण। जम्मू के आर.एस. पुरा सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलीबारी में बिहार के सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र अंतर्गत नरायणपुर गांव के वीर जवान, बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए। इस दुखद समाचार से पूरे बिहार समेत देश भर में शोक की लहर है।
राज्य सरकार की ओर से शहीद इम्तियाज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। उनकी शहादत को सलाम करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा, “मैं इस घटना से बेहद दुखी हूं। यह राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार को ईश्वर यह दुख सहने की शक्ति दे।”
सारण जिले के गरखा प्रखंड के नारायणपुर गांव स्थित बी॰एस॰एफ॰ के सब इंस्पेक्टर शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पैतृक आवास पहुंचकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। शहीद मोहम्मद इम्तियाज जी की पत्नी, उनके सुपुत्र मोहम्मद इमरान रजा एवं मोहम्मद इमदाद रजा सहित अन्य परिजनों से बात कर उन्हें सांत्वना… pic.twitter.com/v8NVPkti3E
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की कि शहीद के निकटतम परिजन को ₹50 लाख की सम्मान राशि दी जाएगी और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री स्वयं नरायणपुर गांव स्थित शहीद के आवास पर पहुंचे और उनकी पत्नी, पुत्र मोहम्मद इमरान रजा एवं मोहम्मद इमदाद रजा समेत परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि शहीद ने अपने कर्तव्य का पालन करते हुए देश के लिए बलिदान दिया है, और उनकी शहादत पर पूरे राष्ट्र को गर्व है।
राज्य सरकार ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कई घोषणाएं की हैं:
शहीद इम्तियाज के बेटे को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।
चिंतामनगंज पुल से रहमपुर बाजार तक की सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा।
गांव के प्रवेश द्वार पर “शहीद द्वार” का निर्माण होगा।
नरायणपुर गांव में एक नया स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किया जाएगा।
शहीद की स्मृति में विशेष स्मारक भी बनाया जाएगा।
यह निर्णय न केवल राज्य की संवेदनशीलता को दर्शाता है बल्कि यह भी बताता है कि देश अपने वीर सपूतों को कभी नहीं भूलता। शहीद मोहम्मद इम्तियाज की शहादत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
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