पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की सियासी फिज़ा में नया मोड़ आ गया है। राज्य के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने बुधवार को राजनीति में उतरने की औपचारिक घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वे इस बार के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेंगे।
लांडे ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर बताया कि वे अररिया और जमालपुर — इन दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने पुलिस की वर्दी में जनता की सेवा की थी, अब उसी जनता के बीच रहकर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ना चाहता हूं। राजनीति मेरे लिए सत्ता नहीं, सेवा और स्वाभिमान का माध्यम होगी।”
पूर्व आईपीएस लांडे ने बताया कि अररिया और जमालपुर से उनका गहरा जुड़ाव रहा है, क्योंकि अपने कार्यकाल में वे इन दोनों जिलों में एसपी और एएसपी के रूप में तैनात रह चुके हैं। उनके सख्त प्रशासनिक अंदाज़ और जनता से निकट संबंधों की वजह से दोनों इलाकों में उनकी खास पहचान है।
गौरतलब है कि शिवदीप लांडे ने इसी वर्ष अप्रैल में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘हिंद सेना’ की स्थापना की थी। उन्होंने पार्टी का उद्देश्य बताते हुए कहा था कि यह संगठन मानवता, सेवा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर काम करेगा। उन्होंने कहा था — “मैंने अपने करियर की शुरुआत ‘जय हिंद’ से की थी, और अब उसी जोश के साथ एक नई राजनीतिक यात्रा शुरू कर रहा हूं।”
लांडे ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में उन्होंने बिहार के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों का दौरा किया, जहां की परिस्थितियों ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।
बिहार पुलिस सेवा में अपने सख्त तेवरों के लिए मशहूर शिवदीप लांडे को लोग ‘सुपर कॉप’ के नाम से जानते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान महिला सुरक्षा, नशामुक्ति अभियान और अपराध नियंत्रण जैसे कई मोर्चों पर उल्लेखनीय काम किया।
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी लांडे ने लगभग 18 वर्षों तक पुलिस सेवा में योगदान दिया और 19 सितंबर 2024 को पूर्णिया रेंज के आईजी पद से इस्तीफा दे दिया था। जनवरी 2025 में राष्ट्रपति द्वारा उनका इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया।
नौकरी छोड़ते समय लांडे ने कहा था — “बिहार मेरी कर्मभूमि रही है, और मैं इसकी सेवा हर रूप में करता रहूंगा।” अब उनकी राजनीतिक पारी की शुरुआत ने बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की सियासी फिज़ा में नया मोड़ आ गया है। राज्य के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने बुधवार को राजनीति में उतरने की औपचारिक घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वे इस बार के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरेंगे।
लांडे ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर बताया कि वे अररिया और जमालपुर — इन दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने पुलिस की वर्दी में जनता की सेवा की थी, अब उसी जनता के बीच रहकर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ना चाहता हूं। राजनीति मेरे लिए सत्ता नहीं, सेवा और स्वाभिमान का माध्यम होगी।”
पूर्व आईपीएस लांडे ने बताया कि अररिया और जमालपुर से उनका गहरा जुड़ाव रहा है, क्योंकि अपने कार्यकाल में वे इन दोनों जिलों में एसपी और एएसपी के रूप में तैनात रह चुके हैं। उनके सख्त प्रशासनिक अंदाज़ और जनता से निकट संबंधों की वजह से दोनों इलाकों में उनकी खास पहचान है।
गौरतलब है कि शिवदीप लांडे ने इसी वर्ष अप्रैल में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘हिंद सेना’ की स्थापना की थी। उन्होंने पार्टी का उद्देश्य बताते हुए कहा था कि यह संगठन मानवता, सेवा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर काम करेगा। उन्होंने कहा था — “मैंने अपने करियर की शुरुआत ‘जय हिंद’ से की थी, और अब उसी जोश के साथ एक नई राजनीतिक यात्रा शुरू कर रहा हूं।”
लांडे ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में उन्होंने बिहार के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों का दौरा किया, जहां की परिस्थितियों ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।
बिहार पुलिस सेवा में अपने सख्त तेवरों के लिए मशहूर शिवदीप लांडे को लोग ‘सुपर कॉप’ के नाम से जानते हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान महिला सुरक्षा, नशामुक्ति अभियान और अपराध नियंत्रण जैसे कई मोर्चों पर उल्लेखनीय काम किया।
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी लांडे ने लगभग 18 वर्षों तक पुलिस सेवा में योगदान दिया और 19 सितंबर 2024 को पूर्णिया रेंज के आईजी पद से इस्तीफा दे दिया था। जनवरी 2025 में राष्ट्रपति द्वारा उनका इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया।
नौकरी छोड़ते समय लांडे ने कहा था — “बिहार मेरी कर्मभूमि रही है, और मैं इसकी सेवा हर रूप में करता रहूंगा।” अब उनकी राजनीतिक पारी की शुरुआत ने बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है।
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