जमुई जिले में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी का मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सिकंदरा पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा है, जो बंधन बैंक के पास खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर घूम रहा था। उसके पास से एक नकली पिस्टल बरामद की गई है, साथ ही पल्सर आरएस 200 बाइक और दो लाख रुपये का चेक भी मिला है। पुलिस ने जब युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला उजागर हुआ। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और इस घटना के मुख्य आरोपी मनोज सिंह की तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार युवक की पहचान लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोबर्धन बिगहा गांव निवासी मिथिलेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस को युवक की गतिविधियों पर शक तब हुआ, जब वह पुलिस की वर्दी और नकली पिस्टल के साथ घूमता नजर आया। पूछताछ में उसने बताया कि खैरा के निवासी मनोज सिंह ने उसे पुलिस अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और दो लाख रुपये ऐंठे। इसके बाद मनोज ने उसे वर्दी और नकली पिस्टल भी उपलब्ध करवाई थी।
पुलिस को जब इस मामले में ठगी का शक हुआ तो पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई। अभी तक मनोज सिंह का कोई सुराग नहीं मिला है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह मनोज सिंह कौन है, और उसने किस तरह से युवक को अपने झांसे में लिया। गिरफ्तार युवक के हाव-भाव और व्यवहार से यह लगता है कि उसे पुलिस अधिकारी बनने का जुनून था, या फिर वह मानसिक असंतुलन का शिकार है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
जमुई जिले में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी का मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सिकंदरा पुलिस ने एक व्यक्ति को पकड़ा है, जो बंधन बैंक के पास खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर घूम रहा था। उसके पास से एक नकली पिस्टल बरामद की गई है, साथ ही पल्सर आरएस 200 बाइक और दो लाख रुपये का चेक भी मिला है। पुलिस ने जब युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला उजागर हुआ। फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और इस घटना के मुख्य आरोपी मनोज सिंह की तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार युवक की पहचान लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोबर्धन बिगहा गांव निवासी मिथिलेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस को युवक की गतिविधियों पर शक तब हुआ, जब वह पुलिस की वर्दी और नकली पिस्टल के साथ घूमता नजर आया। पूछताछ में उसने बताया कि खैरा के निवासी मनोज सिंह ने उसे पुलिस अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और दो लाख रुपये ऐंठे। इसके बाद मनोज ने उसे वर्दी और नकली पिस्टल भी उपलब्ध करवाई थी।
पुलिस को जब इस मामले में ठगी का शक हुआ तो पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई। अभी तक मनोज सिंह का कोई सुराग नहीं मिला है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह मनोज सिंह कौन है, और उसने किस तरह से युवक को अपने झांसे में लिया। गिरफ्तार युवक के हाव-भाव और व्यवहार से यह लगता है कि उसे पुलिस अधिकारी बनने का जुनून था, या फिर वह मानसिक असंतुलन का शिकार है।
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