बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे लगातार हमलों और हिंदू शिक्षकों व महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में जिला मुख्यालय के हिंदू समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्ण जुलूस निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। यह जुलूस मारवाड़ी पट्टी वार्ड संख्या 17 स्थित हनुमान मंदिर से शुरू होकर चांदनी चौक तक पहुंचा, जहां हिंदू समुदाय के दर्जनों पुरुषों, महिलाओं और युवाओं ने एकजुट होकर अपनी एकता का प्रदर्शन किया।
जुलूस के दौरान उपस्थित लोगों ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के खिलाफ नारे लगाए और प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वे इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं और दोषियों को सजा दिलाएं। उन्होंने हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए भी ठोस उपायों की मांग की।
समाजसेवी सुष्मिता ठाकुर और अन्य हिंदू समुदाय के लोगों ने बताया कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ यह शांतिपूर्ण आक्रोश मार्च निकाला गया है। शहर के लोगों ने एकजुट होकर इस धार्मिक विद्वेष के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की और भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
वहीं, परमानंद मंडल उर्फ बबलू मंडल ने कहा कि इन घटनाओं में विशेष रूप से महिलाओं पर अत्याचार अधिक हो रहा है, इसलिए महिलाओं को भी आगे आकर इन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। गौतम शाह ने कहा कि ऐसी घटनाओं के प्रति हमें सतर्क रहना चाहिए और मिलकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम आज एक महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए एकत्र हुए हैं, जिसके लिए सभी का समर्थन आवश्यक है, नहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी।
इस जुलूस में सुष्मिता ठाकुर, सुशीला साह, ज्योति भगत, अनु मिश्रा, पूनम, कविता, गौतम साह, सतीश, अंकित सेन, बबलू मंडल, मिथिलेश कुमार, त्रिदेव मेहता, बुधन मंडल, राजीव कुमार रंजन, प्रशांत कुमार, बबलू राम सहित कई अन्य लोग शामिल थे।
सारस न्यूज़, अररिया।
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे लगातार हमलों और हिंदू शिक्षकों व महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में जिला मुख्यालय के हिंदू समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्ण जुलूस निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। यह जुलूस मारवाड़ी पट्टी वार्ड संख्या 17 स्थित हनुमान मंदिर से शुरू होकर चांदनी चौक तक पहुंचा, जहां हिंदू समुदाय के दर्जनों पुरुषों, महिलाओं और युवाओं ने एकजुट होकर अपनी एकता का प्रदर्शन किया।
जुलूस के दौरान उपस्थित लोगों ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के खिलाफ नारे लगाए और प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वे इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं और दोषियों को सजा दिलाएं। उन्होंने हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए भी ठोस उपायों की मांग की।
समाजसेवी सुष्मिता ठाकुर और अन्य हिंदू समुदाय के लोगों ने बताया कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ यह शांतिपूर्ण आक्रोश मार्च निकाला गया है। शहर के लोगों ने एकजुट होकर इस धार्मिक विद्वेष के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की और भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की।
वहीं, परमानंद मंडल उर्फ बबलू मंडल ने कहा कि इन घटनाओं में विशेष रूप से महिलाओं पर अत्याचार अधिक हो रहा है, इसलिए महिलाओं को भी आगे आकर इन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। गौतम शाह ने कहा कि ऐसी घटनाओं के प्रति हमें सतर्क रहना चाहिए और मिलकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम आज एक महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए एकत्र हुए हैं, जिसके लिए सभी का समर्थन आवश्यक है, नहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी।
इस जुलूस में सुष्मिता ठाकुर, सुशीला साह, ज्योति भगत, अनु मिश्रा, पूनम, कविता, गौतम साह, सतीश, अंकित सेन, बबलू मंडल, मिथिलेश कुमार, त्रिदेव मेहता, बुधन मंडल, राजीव कुमार रंजन, प्रशांत कुमार, बबलू राम सहित कई अन्य लोग शामिल थे।
Leave a Reply