पाकिस्तान और पीओके में भारत की बड़ी कार्रवाई, 9 आतंकी ठिकाने तबाह – अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में भारत ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। पाकिस्तान के मुताबिक इस कार्रवाई में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है। जवाबी कार्रवाई की बात कहकर पाकिस्तान ने भी पलटवार शुरू कर दिया है, जिससे दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है।
ट्रंप की प्रतिक्रिया: “यह दुर्भाग्यपूर्ण है”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है। वाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें इसकी जानकारी मिली है। इतिहास को देखते हुए लोग पहले से ही कुछ बड़ा होने की आशंका जता रहे थे।” ट्रंप ने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्द खत्म हो जाएगा।
अमेरिका कर रहा स्थिति पर नजर: विदेश मंत्री का बयान
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कहा कि अमेरिका भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के बीच शांति पूर्ण समाधान के लिए बातचीत को प्राथमिकता देगा। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी रूबियो से बात कर भारत की सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी है।
संयुक्त राष्ट्र की अपील: अधिकतम संयम बरतें दोनों देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई पर गहरी चिंता जताई है। उनके प्रवक्ता ने कहा, “महासचिव भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर चिंतित हैं और दोनों देशों से अधिकतम सैन्य संयम बरतने की अपील करते हैं। दुनिया भारत-पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की सैन्य भिड़ंत की जोखिम नहीं उठा सकती।”
किन ठिकानों को बनाया गया निशाना?
भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालयों को निशाना बनाया। जिन 9 ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें बहावलपुर स्थित जैश का हेडक्वार्टर और मुरिदके में लश्कर का बेस शामिल है।
भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी कार्रवाई सीमित, लक्षित और गैर-उत्तेजक (non-escalatory) थी। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो हफ्ते बाद की गई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
पाकिस्तान और पीओके में भारत की बड़ी कार्रवाई, 9 आतंकी ठिकाने तबाह – अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में भारत ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। पाकिस्तान के मुताबिक इस कार्रवाई में कम से कम 8 लोगों की मौत हुई है। जवाबी कार्रवाई की बात कहकर पाकिस्तान ने भी पलटवार शुरू कर दिया है, जिससे दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है।
ट्रंप की प्रतिक्रिया: “यह दुर्भाग्यपूर्ण है”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है। वाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें इसकी जानकारी मिली है। इतिहास को देखते हुए लोग पहले से ही कुछ बड़ा होने की आशंका जता रहे थे।” ट्रंप ने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्द खत्म हो जाएगा।
अमेरिका कर रहा स्थिति पर नजर: विदेश मंत्री का बयान
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कहा कि अमेरिका भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के बीच शांति पूर्ण समाधान के लिए बातचीत को प्राथमिकता देगा। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी रूबियो से बात कर भारत की सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी है।
संयुक्त राष्ट्र की अपील: अधिकतम संयम बरतें दोनों देश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई पर गहरी चिंता जताई है। उनके प्रवक्ता ने कहा, “महासचिव भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर चिंतित हैं और दोनों देशों से अधिकतम सैन्य संयम बरतने की अपील करते हैं। दुनिया भारत-पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की सैन्य भिड़ंत की जोखिम नहीं उठा सकती।”
किन ठिकानों को बनाया गया निशाना?
भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालयों को निशाना बनाया। जिन 9 ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें बहावलपुर स्थित जैश का हेडक्वार्टर और मुरिदके में लश्कर का बेस शामिल है।
भारत ने स्पष्ट किया है कि उसकी कार्रवाई सीमित, लक्षित और गैर-उत्तेजक (non-escalatory) थी। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो हफ्ते बाद की गई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
Leave a Reply