पोठिया प्रखंड में छठ महापर्व से जुड़ा महत्वपूर्ण अनुष्ठान खरना व्रतियों द्वारा भक्तिभाव से विधिपूर्वक मनाया गया। खरना के साथ ही व्रतियों द्वारा निर्जला उपवास का कठिन व्रत शुरू हो गया। व्रत का समापन अब सोमवार सुबह सूर्य देव को समर्पित अर्घ्य के साथ होगा। खरना छठ से जुड़ा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। खरना में छठी माता को गुड़ व दूध में बनी खीर, पूड़ी, रोटी, केला व मिठाई का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। खास बात यह है कि इस अनुष्ठान में व्रती अकेली भाग लेती हैं। अनुष्ठान के समय व्रती को कोई भी टोक नहीं सकता है। इसका सख्ती से पालन करना अनिवार्य है। खरना का प्रसाद सबसे पहले व्रती द्वारा ग्रहण किया जाता है। इसके बाद इस प्रसाद को सभी को बांटा जाता है। पोठिया निवासी हेना देवी झा व मंजू ने बताया कि यह पर्व शुद्धता का पर्व है। इसमें बहुत सी बातों का ध्यान रखा जाता है।
सारस न्यूज टीम, पोठिया।
पोठिया प्रखंड में छठ महापर्व से जुड़ा महत्वपूर्ण अनुष्ठान खरना व्रतियों द्वारा भक्तिभाव से विधिपूर्वक मनाया गया। खरना के साथ ही व्रतियों द्वारा निर्जला उपवास का कठिन व्रत शुरू हो गया। व्रत का समापन अब सोमवार सुबह सूर्य देव को समर्पित अर्घ्य के साथ होगा। खरना छठ से जुड़ा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। खरना में छठी माता को गुड़ व दूध में बनी खीर, पूड़ी, रोटी, केला व मिठाई का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। खास बात यह है कि इस अनुष्ठान में व्रती अकेली भाग लेती हैं। अनुष्ठान के समय व्रती को कोई भी टोक नहीं सकता है। इसका सख्ती से पालन करना अनिवार्य है। खरना का प्रसाद सबसे पहले व्रती द्वारा ग्रहण किया जाता है। इसके बाद इस प्रसाद को सभी को बांटा जाता है। पोठिया निवासी हेना देवी झा व मंजू ने बताया कि यह पर्व शुद्धता का पर्व है। इसमें बहुत सी बातों का ध्यान रखा जाता है।
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