जानकारी के अनुसार बिहार महासंघ के अपील पर नगर पंचायत बहादुरगंज से जुड़े दर्जनों सफाई कर्मी वेतनमान एवं मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। वही सफाई कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र से जुड़े साफ सफाई एवं कूड़ा उठाव की समस्या हो गई है। जिसके कारण विभिन्न वार्डों से जुड़े नगरवासी साफ सफाई नही होने से गंदगी एवं दुर्गंध को लेकर परेशान है। गौरतलब है कि नगर पंचायत बहादुरगंज में एनजीओ को सफाई का ठेका देने से पहले विगत लगभग पंद्रह वर्षों से डेढ़ दर्जन सफाई कर्मी से नगर पंचायत बहादुरगंज द्वारा सफाई कार्य करवाया जा रहा था। उक्त नगर पंचायत से जुड़े संबंधित सफाई कर्मी स्थाई नौकरी एवं वेतनमान की मांग पर अड़े हैं वहीं दूसरी ओर एनजीओ से संबंधित सफाई कर्मी का मानदेय भी बढ़ाने की मांग को लेकर नगर पंचायत से जुड़े सभी सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं।
नगर पंचायत से जुड़े सूत्रों ने भी सफाई कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की पुष्टि किए हैं एवं मामले में नगर विकास विभाग बिहार सरकार पटना को भी अवगत कराने की जानकारी दिया है। यह भी उल्लेखनीय है कि एनजीओ को सफाई का ठेका देने के बाद लगभग डेढ़ करोड़ रूपए सालाना सफाई कार्य में खर्च होता है मगर लाखों खर्च होने के बावजूद नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई का आलम बद से बदतर बना हुआ है। स्थानीय नगर वासियों ने बताया कि नगर पंचायत से जुड़े कुल 18 वार्डों के स्थान पर मात्र आधा दर्जन वार्डों में साफ सफाई का कार्य होता है और एक दर्जन वार्डों में सफाई कर्मी नही जाने एवं सफाई कार्य नही होने के बावजूद बरी राशि सफाई के नाम पर खर्च किया जाता है जो मामला सरकारी राशि के गबन का बनता है। संबद्ध सूत्रों द्वारा यह भी बताया गया कि एनजीओ के सफाई ठिकेदार द्वारा कमीशन के नाम पर बरी राशि नगर प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी को भुगतान कर लाखों रुपए की अवैध निकासी करने में सफल रहते हैं।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज़, बहादुरगंज।
जानकारी के अनुसार बिहार महासंघ के अपील पर नगर पंचायत बहादुरगंज से जुड़े दर्जनों सफाई कर्मी वेतनमान एवं मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। वही सफाई कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र से जुड़े साफ सफाई एवं कूड़ा उठाव की समस्या हो गई है। जिसके कारण विभिन्न वार्डों से जुड़े नगरवासी साफ सफाई नही होने से गंदगी एवं दुर्गंध को लेकर परेशान है। गौरतलब है कि नगर पंचायत बहादुरगंज में एनजीओ को सफाई का ठेका देने से पहले विगत लगभग पंद्रह वर्षों से डेढ़ दर्जन सफाई कर्मी से नगर पंचायत बहादुरगंज द्वारा सफाई कार्य करवाया जा रहा था। उक्त नगर पंचायत से जुड़े संबंधित सफाई कर्मी स्थाई नौकरी एवं वेतनमान की मांग पर अड़े हैं वहीं दूसरी ओर एनजीओ से संबंधित सफाई कर्मी का मानदेय भी बढ़ाने की मांग को लेकर नगर पंचायत से जुड़े सभी सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं।
नगर पंचायत से जुड़े सूत्रों ने भी सफाई कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की पुष्टि किए हैं एवं मामले में नगर विकास विभाग बिहार सरकार पटना को भी अवगत कराने की जानकारी दिया है। यह भी उल्लेखनीय है कि एनजीओ को सफाई का ठेका देने के बाद लगभग डेढ़ करोड़ रूपए सालाना सफाई कार्य में खर्च होता है मगर लाखों खर्च होने के बावजूद नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई का आलम बद से बदतर बना हुआ है। स्थानीय नगर वासियों ने बताया कि नगर पंचायत से जुड़े कुल 18 वार्डों के स्थान पर मात्र आधा दर्जन वार्डों में साफ सफाई का कार्य होता है और एक दर्जन वार्डों में सफाई कर्मी नही जाने एवं सफाई कार्य नही होने के बावजूद बरी राशि सफाई के नाम पर खर्च किया जाता है जो मामला सरकारी राशि के गबन का बनता है। संबद्ध सूत्रों द्वारा यह भी बताया गया कि एनजीओ के सफाई ठिकेदार द्वारा कमीशन के नाम पर बरी राशि नगर प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी को भुगतान कर लाखों रुपए की अवैध निकासी करने में सफल रहते हैं।
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