आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला समन्वयक एवं आरोग्य मित्र को प्रतिनियुक्त किया गया है। अब आरोग्य मित्र आयुष्मान योजना के लाभुकों की सत्यापन करेंगे। इसके लिए आरोग्य मित्र को अलग वस्त्र मुहैया करवाया गया है। ताकि लाभुक उनसे संपर्क कर सके। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस योजना के तहत प्रतिवर्ष पांच लाख राशि तक निःशुल्क इलाज किये जाने का प्रावधान जारी किया गया है। लेकिन जागरूकता के अभाव में चिन्हित परिवार गोल्डन कार्ड नहीं बनवा पा रहे हैं।
आरोग्य मित्र सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की पात्रता की जांच करेंगे। पात्रता जांच के बाद योजना के लाभार्थी हैं अथवा नहीं इसके संबंध में संबंधित कागजात पर मुहर लगाएंगे। साथ ही उसे ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर अपलोड करने और मरीजों को योजना के संबंध में आवश्यक जानकारी देंगे। अस्पताल में आयुष्मान मित्र के कार्य सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अनवार आलम ने बताया कि आयुष्मान मित्र सुबह आठ बजे से दिन के दो बजे तक एवं संध्या तीन बजे से रात आठ बजे तक सदर अस्पताल में घूम-घूमकर मरीजों से पूछताछ करेंगे। योजना के मरीज चिह्नित होने पर बीमारी के संबंध में जानकारी लेकर इलाज कराने में सहायता प्रदान करेंगे। इनके कार्यों की समीक्षा की जिम्मेदारी डीपीसी को दी गयी है।
सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र सहायता केंद्र के नाम से हेल्पडेस्क की स्थापना की जाएगी।आयुष्मान भारत जिला समन्वयक का कार्य : सदर अस्पताल स्थित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यालय में जिला समन्वयक बैठेंगे। इसके अलावा वे समय-समय पर अस्पताल में घूमकर आयुष्मान मित्र के कार्यों का निरीक्षण करेंगे। आयुष्मान मित्र से मिली जानकारी के आधार पर वे सदर अस्पताल प्रशासन से मिलकर जरूरतमंद मरीज के इलाज कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे।
विभिन्न अस्पतालों में लगाई जा रही ड्यूटी सदर अस्पताल में आयुष्मान मित्र उजला ड्रेस में एप्रोन जैसी पोशाक पहने रहेंगे। ड्रेस के सामने की जेब के समीप विडाल लिखा रहेगा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड धारी मरीज ड्रेस से ही पहचान कर सकेंगे। विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड एक एनजीओ है। यह कंपनी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करती है। गोल्डन कार्ड धारी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आयुष्मान मित्र एवं जिला समन्वयक की ड्यूटी लगाई जा रही है।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जिला समन्वयक एवं आरोग्य मित्र को प्रतिनियुक्त किया गया है। अब आरोग्य मित्र आयुष्मान योजना के लाभुकों की सत्यापन करेंगे। इसके लिए आरोग्य मित्र को अलग वस्त्र मुहैया करवाया गया है। ताकि लाभुक उनसे संपर्क कर सके। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस योजना के तहत प्रतिवर्ष पांच लाख राशि तक निःशुल्क इलाज किये जाने का प्रावधान जारी किया गया है। लेकिन जागरूकता के अभाव में चिन्हित परिवार गोल्डन कार्ड नहीं बनवा पा रहे हैं।
आरोग्य मित्र सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की पात्रता की जांच करेंगे। पात्रता जांच के बाद योजना के लाभार्थी हैं अथवा नहीं इसके संबंध में संबंधित कागजात पर मुहर लगाएंगे। साथ ही उसे ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर अपलोड करने और मरीजों को योजना के संबंध में आवश्यक जानकारी देंगे। अस्पताल में आयुष्मान मित्र के कार्य सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अनवार आलम ने बताया कि आयुष्मान मित्र सुबह आठ बजे से दिन के दो बजे तक एवं संध्या तीन बजे से रात आठ बजे तक सदर अस्पताल में घूम-घूमकर मरीजों से पूछताछ करेंगे। योजना के मरीज चिह्नित होने पर बीमारी के संबंध में जानकारी लेकर इलाज कराने में सहायता प्रदान करेंगे। इनके कार्यों की समीक्षा की जिम्मेदारी डीपीसी को दी गयी है।
सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्र सहायता केंद्र के नाम से हेल्पडेस्क की स्थापना की जाएगी।आयुष्मान भारत जिला समन्वयक का कार्य : सदर अस्पताल स्थित आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यालय में जिला समन्वयक बैठेंगे। इसके अलावा वे समय-समय पर अस्पताल में घूमकर आयुष्मान मित्र के कार्यों का निरीक्षण करेंगे। आयुष्मान मित्र से मिली जानकारी के आधार पर वे सदर अस्पताल प्रशासन से मिलकर जरूरतमंद मरीज के इलाज कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे।
विभिन्न अस्पतालों में लगाई जा रही ड्यूटी सदर अस्पताल में आयुष्मान मित्र उजला ड्रेस में एप्रोन जैसी पोशाक पहने रहेंगे। ड्रेस के सामने की जेब के समीप विडाल लिखा रहेगा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड धारी मरीज ड्रेस से ही पहचान कर सकेंगे। विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड एक एनजीओ है। यह कंपनी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करती है। गोल्डन कार्ड धारी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर विडाल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आयुष्मान मित्र एवं जिला समन्वयक की ड्यूटी लगाई जा रही है।
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