शनिवार को जिला मुख्यालय के 15 केंद्रों में बीएसएससी द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त पीटी प्रतियोगिता परीक्षा दूसरे दिन शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई। दूसरे दिन एक पाली में परीक्षा संचालित की गई थी। परीक्षा में 4319 परीक्षार्थी उपस्थित हुए एवं 2541 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्र परिधि के आसपास में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रही। जिले के सभी परीक्षा केंद्रों पर चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। सभी केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा कक्ष में महिला परीक्षार्थियों की तलाशी हेतु महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा में आसपास के जिलों व दूर दराज के जिलों के अलावे स्थानीय अभ्यर्थी भी शामिल हुए। जिसमें किशनगंज जिले की महिला अभ्यर्थियों का केंद्र गृह जिले में ही बनाया गया था। वहीं डीएम श्रीकांत शास्त्री ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लेते हुए कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही एडीएम अनुज कुमार, एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी, डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता, एसडीसी रंजीत कुमार सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी परीक्षा केंद्रों का जायजा ले रहे थे। डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता ने कहा कि बीएसएससी द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त पीटी प्रतियोगिता परीक्षा जिले में दो तिथियों में संचालित की गई। पहले व दूसरे दिन की परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई। परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने के डेढ़ घण्टे पूर्व ही निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। प्रवेश द्वार पर जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को केंद में प्रवेश करने दिया जा रहा था। परीक्षा शुरू होने से पहले व परीक्षा समाप्ति तक वीक्षक के द्वारा परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन ले जाना वर्जित था। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर प्रवेश करने हेतु प्रवेश पत्र के आधार पर अनुमति दी जा रही थी। आयोग के निर्देश से सभी परीक्षार्थियों के आंखों के आइरिश को मशीन द्वारा कैप्चर भी किया गया। परीक्षा में मोबाइल, पेन, पेपर, पेंसिल, इरेसर आदि ले जाना वर्जित था।
आयोग के निर्देशानुसार उन्हें केवल अपने साथ अपना प्रवेश पत्र, एक फोटो पहचान पत्र और अधिकतम तीन पुस्तकें साथ ले जाने की अनुमति दी गई। यह पुस्तकें गणित, सामाजिक विज्ञान और सामाजिक अध्ययन से संबंधित थी। यह पुस्तक एनसीईआरटी, बीएसईबी या आईसीएसई या अन्य बोर्ड की टेक्स बुक थी। इसके इतर किसी अन्य हैंड बुक या गाइड को अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि काफी कम संख्या में परीक्षार्थियों द्वारा पुस्तकें लाई गई थी, जो भी परीक्षार्थी टेक्स्ट बुक लेकर आए थे, उन्हें जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी गई। अन्य प्रकार की लाई गई पुस्तकें जब्त कर ली गईं।
बताते चलें कि जिला पदाधिकारी एवं जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न परीक्षा केंद्रों में विधि व्यवस्था का जायजा लिया जाता रहा। साथ ही, एसएससी द्वारा जिला में एक प्रतिनिधि को भी भेजा गया था। उन्होंने भी परीक्षा केंद्र भ्रमण किया।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शनिवार को जिला मुख्यालय के 15 केंद्रों में बीएसएससी द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त पीटी प्रतियोगिता परीक्षा दूसरे दिन शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई। दूसरे दिन एक पाली में परीक्षा संचालित की गई थी। परीक्षा में 4319 परीक्षार्थी उपस्थित हुए एवं 2541 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहें। कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन के मद्देनजर परीक्षा के दिन परीक्षा केंद्र परिधि के आसपास में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रही। जिले के सभी परीक्षा केंद्रों पर चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। सभी केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा कक्ष में महिला परीक्षार्थियों की तलाशी हेतु महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा में आसपास के जिलों व दूर दराज के जिलों के अलावे स्थानीय अभ्यर्थी भी शामिल हुए। जिसमें किशनगंज जिले की महिला अभ्यर्थियों का केंद्र गृह जिले में ही बनाया गया था। वहीं डीएम श्रीकांत शास्त्री ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लेते हुए कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। साथ ही एडीएम अनुज कुमार, एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी, डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता, एसडीसी रंजीत कुमार सहित प्रशासन व पुलिस के अधिकारी परीक्षा केंद्रों का जायजा ले रहे थे। डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता ने कहा कि बीएसएससी द्वारा आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त पीटी प्रतियोगिता परीक्षा जिले में दो तिथियों में संचालित की गई। पहले व दूसरे दिन की परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुई। परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने के डेढ़ घण्टे पूर्व ही निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। प्रवेश द्वार पर जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को केंद में प्रवेश करने दिया जा रहा था। परीक्षा शुरू होने से पहले व परीक्षा समाप्ति तक वीक्षक के द्वारा परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन ले जाना वर्जित था। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर प्रवेश करने हेतु प्रवेश पत्र के आधार पर अनुमति दी जा रही थी। आयोग के निर्देश से सभी परीक्षार्थियों के आंखों के आइरिश को मशीन द्वारा कैप्चर भी किया गया। परीक्षा में मोबाइल, पेन, पेपर, पेंसिल, इरेसर आदि ले जाना वर्जित था।
आयोग के निर्देशानुसार उन्हें केवल अपने साथ अपना प्रवेश पत्र, एक फोटो पहचान पत्र और अधिकतम तीन पुस्तकें साथ ले जाने की अनुमति दी गई। यह पुस्तकें गणित, सामाजिक विज्ञान और सामाजिक अध्ययन से संबंधित थी। यह पुस्तक एनसीईआरटी, बीएसईबी या आईसीएसई या अन्य बोर्ड की टेक्स बुक थी। इसके इतर किसी अन्य हैंड बुक या गाइड को अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि काफी कम संख्या में परीक्षार्थियों द्वारा पुस्तकें लाई गई थी, जो भी परीक्षार्थी टेक्स्ट बुक लेकर आए थे, उन्हें जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी गई। अन्य प्रकार की लाई गई पुस्तकें जब्त कर ली गईं।
बताते चलें कि जिला पदाधिकारी एवं जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न परीक्षा केंद्रों में विधि व्यवस्था का जायजा लिया जाता रहा। साथ ही, एसएससी द्वारा जिला में एक प्रतिनिधि को भी भेजा गया था। उन्होंने भी परीक्षा केंद्र भ्रमण किया।
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