कई बार आवेदन देने के बावजूद स्थल का निरीक्षण नहीं करने से जिला परिषद नाराज।
किशनगंज जिला परिषद क्षेत्र संख्या 14 से सदस्य निरंजन राय ने जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजवी व जिला कृषि पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पोठिया प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में हो रहे नदी से कटाव को रोकने के लिए कटाव निरोधी कार्य करवाने एवं तेज वर्षा की वजह से हुए फसलों को नुकसान का आंकलन करवा कर मुआवजा दिए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि भारी वर्षा की वजह से हुए कटाव के कारण पोठिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तैयबपुर बाजार पंप हाउस, फुलबाड़ी, मदरसा बड़ापोखर स्कूल एवं आदिवासी टोला, कलियागंज शिव मंदिर उत्क्रमित उच्च विद्यालय कलियागंज फाला डुबानोची गौरी हाट कब्रिस्तान, सैठाबाड़ी, टप्पु मजार, बेगडोगरा, काशीबाड़ी, नलबाड़ी, चमरानी, शमसान घाट, पानबाड़ा, डांगापाड़ा सेठाबाड़ी, केलाबाड़ी मदनगंज, मिर्जापुर हाट, गोरुखाल, कान्तीगछ, मागुरजान, जुलीभिट्टा, मिलन चौक तथा डांगीबस्ती बुढनई इत्यादि क्षेत्र के पीड़ित पलायन करने को मजबूर हैं। कहा कि आम जनों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने कई बार आवेदन देकर संबंधित विभाग से गुहार लगाई गई। लेकिन कटाव पीड़ित स्थान पर किसी तरह का कोई कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा की विभाग के पदाधिकारी महानंदा के कटाव स्थल का निरीक्षण भी कर चुके हैं। महानंदा का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है तथा ऊपर वर्णित गांवों में कटाव भीषण रूप ले चुका है। लेकिन स्थानीय प्रशासन का कोई भी पदाधिकारी 28 जून को आए बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा भी नहीं लिया गया है।
कृषि पदाधिकारी को दिए ज्ञापन में निरंजन राय ने कहा है कि महानंदा, डोक नदी में आई भीषण बाढ से डुबानोची, फाला मिर्जापुर कसबा कलियागंज, गोरुखाल कुसीयारी बुढनई के किसानों का धान, जुट, चायपत्ती अनानस पूरी तरह बर्बाद हो गया है। कहा की बाढ़ से लाखों रुपये के फसलों की बर्बादी हुई है। कृषि विभाग अविलंब क्षतिपूर्ति का मुआवजा दे। साथ ही बाढ़ एवं कटाव की समस्या से जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजबी को भी उन्होंने अवगत करवाया है। जिला परिषद अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारी ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
कई बार आवेदन देने के बावजूद स्थल का निरीक्षण नहीं करने से जिला परिषद नाराज।
किशनगंज जिला परिषद क्षेत्र संख्या 14 से सदस्य निरंजन राय ने जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजवी व जिला कृषि पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पोठिया प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में हो रहे नदी से कटाव को रोकने के लिए कटाव निरोधी कार्य करवाने एवं तेज वर्षा की वजह से हुए फसलों को नुकसान का आंकलन करवा कर मुआवजा दिए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि भारी वर्षा की वजह से हुए कटाव के कारण पोठिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तैयबपुर बाजार पंप हाउस, फुलबाड़ी, मदरसा बड़ापोखर स्कूल एवं आदिवासी टोला, कलियागंज शिव मंदिर उत्क्रमित उच्च विद्यालय कलियागंज फाला डुबानोची गौरी हाट कब्रिस्तान, सैठाबाड़ी, टप्पु मजार, बेगडोगरा, काशीबाड़ी, नलबाड़ी, चमरानी, शमसान घाट, पानबाड़ा, डांगापाड़ा सेठाबाड़ी, केलाबाड़ी मदनगंज, मिर्जापुर हाट, गोरुखाल, कान्तीगछ, मागुरजान, जुलीभिट्टा, मिलन चौक तथा डांगीबस्ती बुढनई इत्यादि क्षेत्र के पीड़ित पलायन करने को मजबूर हैं। कहा कि आम जनों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने कई बार आवेदन देकर संबंधित विभाग से गुहार लगाई गई। लेकिन कटाव पीड़ित स्थान पर किसी तरह का कोई कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा की विभाग के पदाधिकारी महानंदा के कटाव स्थल का निरीक्षण भी कर चुके हैं। महानंदा का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है तथा ऊपर वर्णित गांवों में कटाव भीषण रूप ले चुका है। लेकिन स्थानीय प्रशासन का कोई भी पदाधिकारी 28 जून को आए बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा भी नहीं लिया गया है।
कृषि पदाधिकारी को दिए ज्ञापन में निरंजन राय ने कहा है कि महानंदा, डोक नदी में आई भीषण बाढ से डुबानोची, फाला मिर्जापुर कसबा कलियागंज, गोरुखाल कुसीयारी बुढनई के किसानों का धान, जुट, चायपत्ती अनानस पूरी तरह बर्बाद हो गया है। कहा की बाढ़ से लाखों रुपये के फसलों की बर्बादी हुई है। कृषि विभाग अविलंब क्षतिपूर्ति का मुआवजा दे। साथ ही बाढ़ एवं कटाव की समस्या से जिला परिषद अध्यक्ष नुदरत महजबी को भी उन्होंने अवगत करवाया है। जिला परिषद अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारी ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
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