डीएम श्रीकांत शास्त्री ने सोमवार को पांच दिवसीय पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण है। देश पोलियो मुक्त श्रेणी में शामिल है। लेकिन पड़ोसी देश मे अभी भी पोलियो वायरस मिल रहे हैं। इससे सतर्क रहने की जरूरत है। और यह तभी संभव है,जब हम अपने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाएंगे। सभी कर्मियों को डीएम ने सख्त निर्देश दिया कि अभियान में शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करें। एक भी बच्चा ड्राप से वंचित नहीं रहे। साथ ही आम नागरिकों जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग की अपील की। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि यह अभियान 23 सितंबर तक जारी रहेगा। कहा कि पोलियो एक गंभीर रोग है।
इससे बच्चे आजीवन लाचार हो जाते हैं। इसलिए पोलियो ड्राप पिलाना आवश्यक है। ताकि बच्चों के भविष्य की रक्षा हो सके। सीएस ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए निगरानी टीम का गठन किया गया है। साथ ही 1042 टीम पोलियो ड्राप पिलाने के लिए गठित है। 3. 39 लाख बच्चों को पिलाया जाएगा ड्राॅपसिविल सर्जन ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के साढ़े तीन लाख से अधिक घरों के तीन लाख 39 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।
इसके लिए घर-घर जाकर दवा पिलाने के लिए जिले में 1042 टीम बनाई गई हैं। जिसमे कुल 2092 टीकाकर्मी शामिल हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए 927 हाउस टू हाउस टीम लगाई गई है। चौक-चौराहों पर दवा पिलाने के लिए जिले में 90 ट्रांजिट टीम बनाई गई है। इसके अलावा बासा, ईंट भट्ठों व घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में भी दवा पिलाने के लिए 25 मोबाइल टीम तैयार की गई है। टीम की निगरानी के लिए 315 सुपरवाइजर भी तैयार किए गए हैं। एक सुपरवाइजर द्वारा तीन टीम का निरीक्षण किया जाएगा।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने सोमवार को पांच दिवसीय पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण है। देश पोलियो मुक्त श्रेणी में शामिल है। लेकिन पड़ोसी देश मे अभी भी पोलियो वायरस मिल रहे हैं। इससे सतर्क रहने की जरूरत है। और यह तभी संभव है,जब हम अपने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाएंगे। सभी कर्मियों को डीएम ने सख्त निर्देश दिया कि अभियान में शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करें। एक भी बच्चा ड्राप से वंचित नहीं रहे। साथ ही आम नागरिकों जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग की अपील की। सिविल सर्जन डॉक्टर कौशल किशोर ने कहा कि यह अभियान 23 सितंबर तक जारी रहेगा। कहा कि पोलियो एक गंभीर रोग है।
इससे बच्चे आजीवन लाचार हो जाते हैं। इसलिए पोलियो ड्राप पिलाना आवश्यक है। ताकि बच्चों के भविष्य की रक्षा हो सके। सीएस ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए निगरानी टीम का गठन किया गया है। साथ ही 1042 टीम पोलियो ड्राप पिलाने के लिए गठित है। 3. 39 लाख बच्चों को पिलाया जाएगा ड्राॅपसिविल सर्जन ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के साढ़े तीन लाख से अधिक घरों के तीन लाख 39 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।
इसके लिए घर-घर जाकर दवा पिलाने के लिए जिले में 1042 टीम बनाई गई हैं। जिसमे कुल 2092 टीकाकर्मी शामिल हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए 927 हाउस टू हाउस टीम लगाई गई है। चौक-चौराहों पर दवा पिलाने के लिए जिले में 90 ट्रांजिट टीम बनाई गई है। इसके अलावा बासा, ईंट भट्ठों व घुमंतू आबादी वाले क्षेत्रों में भी दवा पिलाने के लिए 25 मोबाइल टीम तैयार की गई है। टीम की निगरानी के लिए 315 सुपरवाइजर भी तैयार किए गए हैं। एक सुपरवाइजर द्वारा तीन टीम का निरीक्षण किया जाएगा।
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