विश्व योग दिवस के अवसर पर पोठिया प्रखंड क्षेत्र के स्कूलों में योग शिविर का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें योग के शिक्षार्थी, अभिभावक और काफी संख्या मे ग्रामीणों ने भी भाग लिया। मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के +2 उच्च विद्यालय आज़ाद नगर, आदर्श मध्य विद्यालय छत्तरगाच्छ, रायपुर, आदर्श उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कलियागंज आदि स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान दर्जनो की संख्या में छात्र-छात्राएं एवं युवाओं ने हिस्सा लिया। आदर्श उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कलियागंज के प्रधानाध्यापक बिनोद कुमार गुप्ता के नेतृव में आयोजित शिविर के माध्यम से उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं को योग से जुड़े कई महत्वपूर्ण आसन बतलाये और योग मानव जीवन कितना महत्वपूर्ण हैं इस विषय पर भी चर्चा किया। साथ ही योग के फायदे भी बताये। उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की बात कही। मानव अपने जीवन की श्रेष्ठता के चरम पर अब योग के ही माध्यम से आगे बढ़ सकता है, इसलिए योग के महत्व को समझना होगा। योग व्यायाम नहीं, योग है विज्ञान का चौथा आयाम और उससे भी आगे।
आधुनिक युग में योग का महत्व बढ़ गया है। इसके बढ़ने का कारण व्यस्तता और मन की व्यग्रता है। आधुनिक मनुष्य को आज योग की ज्यादा आवश्यकता है, जबकि मन और शरीर अत्यधिक तनाव, वायु प्रदूषण तथा भागमभाग के जीवन से रोगग्रस्त हो चला है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
विश्व योग दिवस के अवसर पर पोठिया प्रखंड क्षेत्र के स्कूलों में योग शिविर का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें योग के शिक्षार्थी, अभिभावक और काफी संख्या मे ग्रामीणों ने भी भाग लिया। मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के +2 उच्च विद्यालय आज़ाद नगर, आदर्श मध्य विद्यालय छत्तरगाच्छ, रायपुर, आदर्श उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कलियागंज आदि स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान दर्जनो की संख्या में छात्र-छात्राएं एवं युवाओं ने हिस्सा लिया। आदर्श उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कलियागंज के प्रधानाध्यापक बिनोद कुमार गुप्ता के नेतृव में आयोजित शिविर के माध्यम से उन्होंने उपस्थित छात्र छात्राओं को योग से जुड़े कई महत्वपूर्ण आसन बतलाये और योग मानव जीवन कितना महत्वपूर्ण हैं इस विषय पर भी चर्चा किया। साथ ही योग के फायदे भी बताये। उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने की बात कही। मानव अपने जीवन की श्रेष्ठता के चरम पर अब योग के ही माध्यम से आगे बढ़ सकता है, इसलिए योग के महत्व को समझना होगा। योग व्यायाम नहीं, योग है विज्ञान का चौथा आयाम और उससे भी आगे।
आधुनिक युग में योग का महत्व बढ़ गया है। इसके बढ़ने का कारण व्यस्तता और मन की व्यग्रता है। आधुनिक मनुष्य को आज योग की ज्यादा आवश्यकता है, जबकि मन और शरीर अत्यधिक तनाव, वायु प्रदूषण तथा भागमभाग के जीवन से रोगग्रस्त हो चला है।
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