जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की पहल जारी है। संभावित फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिये बीते जून माह में संचालित नाइट ब्लड सर्वे अभियान के क्रम में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों के रक्त नमूनों की जांच के बावजूद निर्धारित किसी भी साइट पर एक फीसदी मरीज नहीं मिले। लिहाजा अपना जिला प्री ट्रांसमिशन फेज में पहुंच चुका है। इसके सत्यापन को लेकर आगामी 04 दिसंबर से पुन: एक बार जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान संचालित किया जायेगा। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया है।
सदर अस्पताल स्थित सभागार में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर की अगुआई में डीवीबीडीसीओ डॉ मंजर आलम की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ दिलीप कुमार, भीबीडीसी सलाहकार अविनाश रॉय सहित सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद थे। एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी लैब टेक्नीशियन व बीसीएम, बीएचएम, लैब टेक्नीशियन को अभियान की सफलता का लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की पहल जारी है। संभावित फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिये बीते जून माह में संचालित नाइट ब्लड सर्वे अभियान के क्रम में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों के रक्त नमूनों की जांच के बावजूद निर्धारित किसी भी साइट पर एक फीसदी मरीज नहीं मिले। लिहाजा अपना जिला प्री ट्रांसमिशन फेज में पहुंच चुका है। इसके सत्यापन को लेकर आगामी 04 दिसंबर से पुन: एक बार जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान संचालित किया जायेगा। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया है।
सदर अस्पताल स्थित सभागार में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर की अगुआई में डीवीबीडीसीओ डॉ मंजर आलम की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ दिलीप कुमार, भीबीडीसी सलाहकार अविनाश रॉय सहित सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद थे। एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी लैब टेक्नीशियन व बीसीएम, बीएचएम, लैब टेक्नीशियन को अभियान की सफलता का लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया।
Leave a Reply