कृषि विज्ञान केंद्र किशनगंज में चल रहे पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत शनिवार को समस्तीपुर आत्मा के 30 सदस्यीय किसानों का एक दल ड्रेगन फ्रूट की जानकारी लेने हेतु एक्सपोजर विजिट के लिए ठाकुरगंज पहुंचा। उक्त किसानों के दल ने नगर पंचायत ठाकुरगंज के वार्ड नं एक गांधीनगर में करीब 10 एकड़ में की जा रही ड्रैगन फ्रूट की खेती को किसान नागराज नखत से मिलकर बारीकी से जाना और उत्पादन, भंडारण, बाजार एवं वितरण की विस्तृत जानकारी ली। नागराज नखत ने किसानों को बताया कि यहां ड्रैगन फ्रूट की खेती पूर्ण रुप से प्राकृतिक एवं ऑर्गेनिक तरीके से की जा रही हैं ताकि फल लेने वाले ग्राहकों को भी फल से मिलने वाले फायदे पूरी तरह मिले। ड्रेगन फ्रूट की खेती हेतू पौधो की दूरी, उन्नत व वैज्ञानिक तरीके से कैसे खेती की जा सकती है, इसकी जानकारी किसानों को दी गई। नागराज नखत ने बताया की ड्रैगन शरीर के लिए लाभदायक होने संग कृषकों की आमदनी बढ़ाने में भी सहायक है।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के वरीय वैज्ञानिक सह डायेरेक्टर मनोज कुमार राय, सहायक वैज्ञानिक राकेश मंडल व समस्तीपुर आत्मा योजना तकनीकी सहायक प्रबंधक मो सज्जाद आलम ने बताया कि प्रगतिशील किसानों का दल ड्रेगन फ्रूट की जानकारी लेने ठाकुरगंज पहुंचा था। प्रगतिशील किसानो को ड्रैगन फ्रूट की खेती इसलिए दिखाई गई क्योकि जो किसान पारंपरिक तरीके से हटकर आधुनिक व उन्नत तरीके से खेती करते हैं वे किसान अधिक सफल होंगे। जिसका जीता जागता उदाहरण प्रगतिशील किसान नागराज नखत है। इस मौके पर उपस्थित प्रगतिशील किसानो में प्रभाकर आजाद, आकाश कुमार, मोकीबुर रहमान व अन्य ने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर ठाकुरगंज में ड्रेगन फ्रूट की खेती ऑर्गेनिक तरीके से होती है इसकी जानकारी हम किसानों को नहीं थी। हम किसान भी ड्रेगन फ्रूट खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जमीन में इसकी खेती करने का प्रयास करेंगे ताकि इस बेशकीमती फल के उत्पादन कर हम अपनी आमदनी को बढ़ा सके।
सारस न्यूज, किशनगंज, 25 फरवरी।
कृषि विज्ञान केंद्र किशनगंज में चल रहे पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत शनिवार को समस्तीपुर आत्मा के 30 सदस्यीय किसानों का एक दल ड्रेगन फ्रूट की जानकारी लेने हेतु एक्सपोजर विजिट के लिए ठाकुरगंज पहुंचा। उक्त किसानों के दल ने नगर पंचायत ठाकुरगंज के वार्ड नं एक गांधीनगर में करीब 10 एकड़ में की जा रही ड्रैगन फ्रूट की खेती को किसान नागराज नखत से मिलकर बारीकी से जाना और उत्पादन, भंडारण, बाजार एवं वितरण की विस्तृत जानकारी ली। नागराज नखत ने किसानों को बताया कि यहां ड्रैगन फ्रूट की खेती पूर्ण रुप से प्राकृतिक एवं ऑर्गेनिक तरीके से की जा रही हैं ताकि फल लेने वाले ग्राहकों को भी फल से मिलने वाले फायदे पूरी तरह मिले। ड्रेगन फ्रूट की खेती हेतू पौधो की दूरी, उन्नत व वैज्ञानिक तरीके से कैसे खेती की जा सकती है, इसकी जानकारी किसानों को दी गई। नागराज नखत ने बताया की ड्रैगन शरीर के लिए लाभदायक होने संग कृषकों की आमदनी बढ़ाने में भी सहायक है।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के वरीय वैज्ञानिक सह डायेरेक्टर मनोज कुमार राय, सहायक वैज्ञानिक राकेश मंडल व समस्तीपुर आत्मा योजना तकनीकी सहायक प्रबंधक मो सज्जाद आलम ने बताया कि प्रगतिशील किसानों का दल ड्रेगन फ्रूट की जानकारी लेने ठाकुरगंज पहुंचा था। प्रगतिशील किसानो को ड्रैगन फ्रूट की खेती इसलिए दिखाई गई क्योकि जो किसान पारंपरिक तरीके से हटकर आधुनिक व उन्नत तरीके से खेती करते हैं वे किसान अधिक सफल होंगे। जिसका जीता जागता उदाहरण प्रगतिशील किसान नागराज नखत है। इस मौके पर उपस्थित प्रगतिशील किसानो में प्रभाकर आजाद, आकाश कुमार, मोकीबुर रहमान व अन्य ने बताया कि इतने बड़े पैमाने पर ठाकुरगंज में ड्रेगन फ्रूट की खेती ऑर्गेनिक तरीके से होती है इसकी जानकारी हम किसानों को नहीं थी। हम किसान भी ड्रेगन फ्रूट खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जमीन में इसकी खेती करने का प्रयास करेंगे ताकि इस बेशकीमती फल के उत्पादन कर हम अपनी आमदनी को बढ़ा सके।
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