फैमिली प्लानिंग लाजिस्टिक मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम ( एफपीएलआईएमएस) का सुचारू रूप से क्रियान्वयन कराने के उद्देश्य से गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मौजूद आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर कुल 12 प्रकार के स्थाई व अस्थाई संसाधन मौजूद है। इसमें कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला एन आदि अन्य शामिल हैं। प्रखंड स्तर पर इन संसाधनों की उपलब्धता निर्धारित पोर्टल पर अपलोड किया जाना है ताकि प्रखंड स्तर पर इन सामग्रियों की मांग के अनुरूप आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा सके।
लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम के माध्यम से प्रखंड भंडार गृह में इन सामग्रियों की उपलब्धता का पता लगाना आसान होगा। इसके आधार पर पंचायत स्तर पर उक्त सामग्री हस्तगत कराना आसान हो सकता है। आनलाइन माध्यम से परिवार नियोजन के उपायों को लेकर उपलब्ध सामग्री के प्रबंधन को बेहतर बनाना व रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए आम लोगों को नियोजन संबंधी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिहाज से प्रशिक्षण कार्यक्रम को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि परिवार नियोजन से जुड़ी सेवाओं को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चिकित्सा संस्थानों में विभिन्न सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। इसके लॉजिस्टिक मैनेजमेंट की प्रक्रिया को दुरुस्त बनाने के उद्देश्य से ऑनलाइन सिस्टम विकसित की गई है। इसकी मदद से पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य व केंद्र स्तर पर परिवार नियोजन से जुड़ी समाग्रियों का ससमय बेहतर अनुश्रवण सुनिश्चित कराई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के माध्यम से परिवार नियोजन के साधनों की मांग व वितरण में पारदर्शिता आएगी और परिवार नियोजन के उपायों से जुड़े संसाधन की मॉनिटरिंग राज्य स्तर से आशा के स्तर तक किया जा सकेगा। इससे परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता जिला से लेकर ग्राम स्तर पर सुनिश्चित कराई जा सकेगी ताकि कोई भी दंपति अपनी रुचि के आधार पर इन साधनों का चयन करते हुए इसका लाभ उठा सके। जो प्रखंड के प्रजनन दर में कमी लाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।इस मौके पर बीसीएम कौशल कुमार, यूनिसेफ के बीएमसी एजाज अहमद अंसारी, प्रखंड मूल्याकंन एवं अनुश्रवण सहायक अखिल प्रसून, काउंसलर संजीत कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
फैमिली प्लानिंग लाजिस्टिक मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम ( एफपीएलआईएमएस) का सुचारू रूप से क्रियान्वयन कराने के उद्देश्य से गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मौजूद आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन को लेकर कुल 12 प्रकार के स्थाई व अस्थाई संसाधन मौजूद है। इसमें कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला एन आदि अन्य शामिल हैं। प्रखंड स्तर पर इन संसाधनों की उपलब्धता निर्धारित पोर्टल पर अपलोड किया जाना है ताकि प्रखंड स्तर पर इन सामग्रियों की मांग के अनुरूप आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा सके।
लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम के माध्यम से प्रखंड भंडार गृह में इन सामग्रियों की उपलब्धता का पता लगाना आसान होगा। इसके आधार पर पंचायत स्तर पर उक्त सामग्री हस्तगत कराना आसान हो सकता है। आनलाइन माध्यम से परिवार नियोजन के उपायों को लेकर उपलब्ध सामग्री के प्रबंधन को बेहतर बनाना व रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए आम लोगों को नियोजन संबंधी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिहाज से प्रशिक्षण कार्यक्रम को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि परिवार नियोजन से जुड़ी सेवाओं को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चिकित्सा संस्थानों में विभिन्न सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। इसके लॉजिस्टिक मैनेजमेंट की प्रक्रिया को दुरुस्त बनाने के उद्देश्य से ऑनलाइन सिस्टम विकसित की गई है। इसकी मदद से पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य व केंद्र स्तर पर परिवार नियोजन से जुड़ी समाग्रियों का ससमय बेहतर अनुश्रवण सुनिश्चित कराई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के माध्यम से परिवार नियोजन के साधनों की मांग व वितरण में पारदर्शिता आएगी और परिवार नियोजन के उपायों से जुड़े संसाधन की मॉनिटरिंग राज्य स्तर से आशा के स्तर तक किया जा सकेगा। इससे परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता जिला से लेकर ग्राम स्तर पर सुनिश्चित कराई जा सकेगी ताकि कोई भी दंपति अपनी रुचि के आधार पर इन साधनों का चयन करते हुए इसका लाभ उठा सके। जो प्रखंड के प्रजनन दर में कमी लाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।इस मौके पर बीसीएम कौशल कुमार, यूनिसेफ के बीएमसी एजाज अहमद अंसारी, प्रखंड मूल्याकंन एवं अनुश्रवण सहायक अखिल प्रसून, काउंसलर संजीत कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
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