किशनगंज जिले में अब एएनएम द्वारा दी जा रही रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ आरसीएच सर्विसेस से संबंधित आंकड़ों का संधारण केवल आरसीएच रजिस्टर से ही किया जाएगा। एएनएम द्वारा अनमोल एप के माध्यम से उक्त आंकड़ों को आरसीएच पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही आंकड़ों को अपडेट भी किया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने इस कार्य को गति प्रदान करने के लिए सभी पीएचसी में कार्यरत सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं मूल्यांकन एवं अनुश्रवन पदाधिकारी को एनआइसी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। आरसीएच पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग भी किए जाएंगे। ताकि लाभार्थियों को ससमय बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम से कम किया जा सके।
आरसीएच पोर्टल और अनमोल एप का उपयोग एएनएम को करना है। इसके लिए पहले ही सभी एएनएम को टैबलेट उपलब्ध करा दिया गया है ताकि एएनएम द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र, क्षेत्र भ्रमण और वीएचएसएनडी सेशन के दौरान लाभार्थियों को दी जा रही आरसीएच सर्विसेस को अनमोल एप के माध्यम से आरसीएच पोर्टल पर शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन, सर्विस डिलीवरी अपडेट किया जा सके।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि अनमोल एप पर गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, एएनसी जांच का विवरण, प्रसव के परिणाम, सीएचसी प्रसवोत्तर देखरेख, शिशु की देखभाल, मातृ मृत्यु सूची, शिशु की देखभाल, शिशु जन्म के सीधा पंजीकरण के साथ ही शिशु स्वास्थ्य की भी ट्रैकिग हो सकेगी। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके शिशुओं की पूरी देखभाल संभव हो सके और नियमित टीकाकरण में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके लिए ही अनमोल एप बनाया गया है। इसमें पूरा रिकार्ड आनलाइन रहता है जिससे कार्यों में सही गति आएगी।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
किशनगंज जिले में अब एएनएम द्वारा दी जा रही रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ आरसीएच सर्विसेस से संबंधित आंकड़ों का संधारण केवल आरसीएच रजिस्टर से ही किया जाएगा। एएनएम द्वारा अनमोल एप के माध्यम से उक्त आंकड़ों को आरसीएच पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही आंकड़ों को अपडेट भी किया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने इस कार्य को गति प्रदान करने के लिए सभी पीएचसी में कार्यरत सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं मूल्यांकन एवं अनुश्रवन पदाधिकारी को एनआइसी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। आरसीएच पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग भी किए जाएंगे। ताकि लाभार्थियों को ससमय बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम से कम किया जा सके।
आरसीएच पोर्टल और अनमोल एप का उपयोग एएनएम को करना है। इसके लिए पहले ही सभी एएनएम को टैबलेट उपलब्ध करा दिया गया है ताकि एएनएम द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र, क्षेत्र भ्रमण और वीएचएसएनडी सेशन के दौरान लाभार्थियों को दी जा रही आरसीएच सर्विसेस को अनमोल एप के माध्यम से आरसीएच पोर्टल पर शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन, सर्विस डिलीवरी अपडेट किया जा सके।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने बताया कि अनमोल एप पर गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, एएनसी जांच का विवरण, प्रसव के परिणाम, सीएचसी प्रसवोत्तर देखरेख, शिशु की देखभाल, मातृ मृत्यु सूची, शिशु की देखभाल, शिशु जन्म के सीधा पंजीकरण के साथ ही शिशु स्वास्थ्य की भी ट्रैकिग हो सकेगी। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके शिशुओं की पूरी देखभाल संभव हो सके और नियमित टीकाकरण में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके लिए ही अनमोल एप बनाया गया है। इसमें पूरा रिकार्ड आनलाइन रहता है जिससे कार्यों में सही गति आएगी।
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