दो अगस्त को दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के ईकरा के लोहागड़ा नदी में डूबे 11 वर्षीय बच्चा का शव मंगलवार को मिल गया। शव घटनास्थल से करीब 100 मीटर कि दूरी पर दुर्गा मंदिर के पास नदी में तैरता हुआ मिला। शव मिलते ही परिवार वालों सहित आसपड़ोस के लोगों का जमावड़ा घटना स्थल पर लग गया। गौरतलब है कि आठ दिन पहले 2 अगस्त मंगलवार दोपहर ईकरा गांव निवासी युसुफ आलम का 11 वर्षीय पुत्र मनोवर अपने कुछ दोस्तों नदी में नहाने गया हुआ था। जहां नहाने के क्रम में गहरे पानी में डूब गया।
जिसके बाद से लगातार दो दिनों तक एनडीआरएफ की डूबे हुए बच्चें की खोजबीन की पर कुछ पता नहीं चला था। मंगलवार के शाम करीब चार बजे ग्रामीणों ने बच्चे के शव को स्वतः नदी के ऊपर तैरता देखा। सूचना मिलते हीं थानाध्यक्ष सुनील कुमार सहित पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गई है और शव का पंचनामा बना कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
सारस न्यूज टीम, दिघलबैंक।
दो अगस्त को दिघलबैंक प्रखंड क्षेत्र के ईकरा के लोहागड़ा नदी में डूबे 11 वर्षीय बच्चा का शव मंगलवार को मिल गया। शव घटनास्थल से करीब 100 मीटर कि दूरी पर दुर्गा मंदिर के पास नदी में तैरता हुआ मिला। शव मिलते ही परिवार वालों सहित आसपड़ोस के लोगों का जमावड़ा घटना स्थल पर लग गया। गौरतलब है कि आठ दिन पहले 2 अगस्त मंगलवार दोपहर ईकरा गांव निवासी युसुफ आलम का 11 वर्षीय पुत्र मनोवर अपने कुछ दोस्तों नदी में नहाने गया हुआ था। जहां नहाने के क्रम में गहरे पानी में डूब गया।
जिसके बाद से लगातार दो दिनों तक एनडीआरएफ की डूबे हुए बच्चें की खोजबीन की पर कुछ पता नहीं चला था। मंगलवार के शाम करीब चार बजे ग्रामीणों ने बच्चे के शव को स्वतः नदी के ऊपर तैरता देखा। सूचना मिलते हीं थानाध्यक्ष सुनील कुमार सहित पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गई है और शव का पंचनामा बना कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
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