पक्षकारों के लिए खोज एंव निरीक्षण के उपरांत सच्ची प्रतिलिपि पाना होगा आसान–
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निदेशालोक में आम जन की सुविधा के लिए पूर्णिया में जो शेष अभिलेख उपलब्ध हैं उन्हें चरणबद्ध तरीके से किशनगंज लाया जा रहा है।
उक्त के क्रम में पूर्व में 30 वर्ष का अभिलेख लाया जा चुका है तथा शेष 50 वर्ष का अभिलेख लाया जाना है जिसकी पूर्ण तैयारी कर ली गई है। जिला प्रशासन उक्त अभिलेखों को लगभग पंद्रह दिनों में किशनगंज लाने के लिए कार्यरत है।
अभिलेखों के क्रमवार ढंग से किशनगंज पहुंचते ही उनका अनुक्रमण एंव जिल्दबंदी ज़िला निबंधन कार्यालय द्वारा कर लिया जाएगा।
बता दें कि पूर्णिया में किशनगंज के लगभग 18000 से 20000 अभिलेख उपलब्ध थे जिनमें से लगभग 12000 से 13000 अभिलेखों को लाया जा चुका है एंव शेष अभिलेखों को चरणबद्ध तरीके से लाया जा रहा है।
ज्ञात हो की किशनगंज जिले में कुल तीन निबंधन कार्यालय है जो किशनगंज सदर, बहादुरगंज और ठाकुरगंज में स्थित है।
किशनगंज जिला का 14 जनवरी 1990 को अस्तित्व में आने के बाद से निबंधन से संबंधित सभी अभिलेख ज़िले में संरक्षित है। इसके पूर्व किशनगंज पूर्णिया का मुफ्फसिल/अनुमंडल हुआ करता था अतः निबंधन से संबंधित सभी अभिलेख पूर्णिया में संरक्षित थे जिसको अब जिलाधिकारी के निर्देश में चरणबद्ध तरीके से वापस किशनगंज लाया जा रहा है।
ज़िला निबंधन पदाधिकारी मोहम्मद अनवार आलम ने बताया की अभिलेखों के किशनगंज पहुंच जाने से आम जन को बहुत सुविधा होगी। ज्ञात हो की बिहार में बिहार विशेष भूमि सर्वेक्षण शुरू है। अभिलेखों की उपलब्धता से पक्षकारों के लिए खोज एंव निरीक्षण के उपरांत सच्ची प्रतिलिपि प्राप्त किया जाना आसान हो जायेगा एंव उक्त का भौतिक सत्यापन भी आसानी से किया जा सकेगा।
पक्षकारों के लिए खोज एंव निरीक्षण के उपरांत सच्ची प्रतिलिपि पाना होगा आसान–
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निदेशालोक में आम जन की सुविधा के लिए पूर्णिया में जो शेष अभिलेख उपलब्ध हैं उन्हें चरणबद्ध तरीके से किशनगंज लाया जा रहा है।
उक्त के क्रम में पूर्व में 30 वर्ष का अभिलेख लाया जा चुका है तथा शेष 50 वर्ष का अभिलेख लाया जाना है जिसकी पूर्ण तैयारी कर ली गई है। जिला प्रशासन उक्त अभिलेखों को लगभग पंद्रह दिनों में किशनगंज लाने के लिए कार्यरत है।
अभिलेखों के क्रमवार ढंग से किशनगंज पहुंचते ही उनका अनुक्रमण एंव जिल्दबंदी ज़िला निबंधन कार्यालय द्वारा कर लिया जाएगा।
बता दें कि पूर्णिया में किशनगंज के लगभग 18000 से 20000 अभिलेख उपलब्ध थे जिनमें से लगभग 12000 से 13000 अभिलेखों को लाया जा चुका है एंव शेष अभिलेखों को चरणबद्ध तरीके से लाया जा रहा है।
ज्ञात हो की किशनगंज जिले में कुल तीन निबंधन कार्यालय है जो किशनगंज सदर, बहादुरगंज और ठाकुरगंज में स्थित है।
किशनगंज जिला का 14 जनवरी 1990 को अस्तित्व में आने के बाद से निबंधन से संबंधित सभी अभिलेख ज़िले में संरक्षित है। इसके पूर्व किशनगंज पूर्णिया का मुफ्फसिल/अनुमंडल हुआ करता था अतः निबंधन से संबंधित सभी अभिलेख पूर्णिया में संरक्षित थे जिसको अब जिलाधिकारी के निर्देश में चरणबद्ध तरीके से वापस किशनगंज लाया जा रहा है।
ज़िला निबंधन पदाधिकारी मोहम्मद अनवार आलम ने बताया की अभिलेखों के किशनगंज पहुंच जाने से आम जन को बहुत सुविधा होगी। ज्ञात हो की बिहार में बिहार विशेष भूमि सर्वेक्षण शुरू है। अभिलेखों की उपलब्धता से पक्षकारों के लिए खोज एंव निरीक्षण के उपरांत सच्ची प्रतिलिपि प्राप्त किया जाना आसान हो जायेगा एंव उक्त का भौतिक सत्यापन भी आसानी से किया जा सकेगा।
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