किशनगंज जिले के अर्राबाड़ी स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध मात्स्यिकी महाविद्यालय एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को नागरिक सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा किया गया, जिसका मुख्य विषय था नागरिक रक्षा मॉक ड्रिल पर जागरूकता।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय सशस्त्र बल के प्रशासनिक अधिकारी, लेफ्टिनेंट कर्नल शिवेंद्र मणि त्रिपाठी रहे। उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल से जुड़े मूलभूत सिद्धांतों की विस्तृत जानकारी दी। अपने व्याख्यान में उन्होंने बताया कि किसी भी आपातकालीन परिस्थिति, जैसे कि युद्ध, प्राकृतिक आपदा या आतंकी हमले के समय, नागरिकों की सुरक्षा एवं तत्परता सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन आवश्यक होता है।
लेफ्टिनेंट कर्नल शिवेंद्र मणि त्रिपाठी ने मॉक ड्रिल की प्रक्रिया, नागरिकों की भूमिका, सरकारी एजेंसियों के समन्वय और आत्म सुरक्षा के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ऐसी ड्रिल्स केवल प्रशासनिक तैयारी नहीं, बल्कि आम नागरिकों की जागरूकता और भागीदारी से ही सफल होती हैं।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ सभी शिक्षक एवं गैर-शिक्षक कर्मचारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए नागरिक सुरक्षा के महत्व को गंभीरता से समझने का प्रयास किया। विद्यार्थियों ने भी प्रश्नोत्तर सत्र में भाग लेकर अपने मन की जिज्ञासाओं को शांत किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को संभावित आपदाओं से निपटने की पूर्व तैयारी के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम बनाना था। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन ने भी छात्रों को नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि युवाओं को ऐसी गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सेवा के प्रति सजग रहना चाहिए।
इस आयोजन को सभी प्रतिभागियों ने उपयोगी और प्रेरणादायक बताया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह संदेश दिया गया कि हर नागरिक की सहभागिता से ही देश आपदा के समय अधिक सुरक्षित बन सकता है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज जिले के अर्राबाड़ी स्थित बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध मात्स्यिकी महाविद्यालय एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को नागरिक सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा किया गया, जिसका मुख्य विषय था नागरिक रक्षा मॉक ड्रिल पर जागरूकता।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय सशस्त्र बल के प्रशासनिक अधिकारी, लेफ्टिनेंट कर्नल शिवेंद्र मणि त्रिपाठी रहे। उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल से जुड़े मूलभूत सिद्धांतों की विस्तृत जानकारी दी। अपने व्याख्यान में उन्होंने बताया कि किसी भी आपातकालीन परिस्थिति, जैसे कि युद्ध, प्राकृतिक आपदा या आतंकी हमले के समय, नागरिकों की सुरक्षा एवं तत्परता सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन आवश्यक होता है।
लेफ्टिनेंट कर्नल शिवेंद्र मणि त्रिपाठी ने मॉक ड्रिल की प्रक्रिया, नागरिकों की भूमिका, सरकारी एजेंसियों के समन्वय और आत्म सुरक्षा के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ऐसी ड्रिल्स केवल प्रशासनिक तैयारी नहीं, बल्कि आम नागरिकों की जागरूकता और भागीदारी से ही सफल होती हैं।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ सभी शिक्षक एवं गैर-शिक्षक कर्मचारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए नागरिक सुरक्षा के महत्व को गंभीरता से समझने का प्रयास किया। विद्यार्थियों ने भी प्रश्नोत्तर सत्र में भाग लेकर अपने मन की जिज्ञासाओं को शांत किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को संभावित आपदाओं से निपटने की पूर्व तैयारी के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम बनाना था। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन ने भी छात्रों को नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि युवाओं को ऐसी गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सेवा के प्रति सजग रहना चाहिए।
इस आयोजन को सभी प्रतिभागियों ने उपयोगी और प्रेरणादायक बताया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ यह संदेश दिया गया कि हर नागरिक की सहभागिता से ही देश आपदा के समय अधिक सुरक्षित बन सकता है।
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