बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों को लेकर किशनगंज में व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्य शुरू हो चुका है। बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित मेची सभागार में सभी प्रखंडों और पंचायतों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों को PRO और ECINET ऐप के उपयोग से संबंधित एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण का आयोजन जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी/आईटी प्रबंधक, समाहरणालय किशनगंज के द्वारा किया गया। इसका उद्देश्य कार्यपालक सहायकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना था, ताकि वे आगामी चुनाव में पीठासीन पदाधिकारियों को प्रभावी ढंग से प्रशिक्षित कर सकें।
प्रशिक्षण में बताया गया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, मतदान के दिन पीठासीन पदाधिकारियों (PRO) को ECINET ऐप का उपयोग अनिवार्य रूप से करना होगा। इसमें दर्ज की जाने वाली सभी जानकारियां सटीक, अद्यतन एवं त्रुटिरहित होनी चाहिए। इसके अलावा, सभी सूचनाएं निर्धारित समयसीमा के भीतर ऐप में अपलोड करना आवश्यक होगा।
विशेष रूप से इन बिंदुओं पर दिया गया जोर:
मतदान केंद्र पर दल के आगमन की स्थिति
मॉक पोल की सूचना
मतदान प्रारंभ और समाप्ति की स्थिति
मतदान की प्रगति यानी वोटर टर्नआउट
P1 रिपोर्ट और अन्य आवश्यक फॉर्म भरने की प्रक्रिया
प्रशिक्षण के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि PRO ऐप में दर्ज आंकड़े फॉर्म 17C से पूरी तरह मेल खाने चाहिए। किसी प्रकार की त्रुटि से बचने के लिए सभी पीठासीन पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर ऐप पर पंजीकृत होना अनिवार्य बताया गया, साथ ही मोबाइल में पर्याप्त डेटा व एसएमएस पैक की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इस डिजिटल प्रणाली का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, समयबद्ध एवं विश्वसनीय बनाना है। इस पहल से लोकतांत्रिक व्यवस्था को तकनीकी मजबूती मिलेगी और चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास और भी गहरा होगा।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों को लेकर किशनगंज में व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्य शुरू हो चुका है। बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित मेची सभागार में सभी प्रखंडों और पंचायतों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों को PRO और ECINET ऐप के उपयोग से संबंधित एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण का आयोजन जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी/आईटी प्रबंधक, समाहरणालय किशनगंज के द्वारा किया गया। इसका उद्देश्य कार्यपालक सहायकों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना था, ताकि वे आगामी चुनाव में पीठासीन पदाधिकारियों को प्रभावी ढंग से प्रशिक्षित कर सकें।
प्रशिक्षण में बताया गया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, मतदान के दिन पीठासीन पदाधिकारियों (PRO) को ECINET ऐप का उपयोग अनिवार्य रूप से करना होगा। इसमें दर्ज की जाने वाली सभी जानकारियां सटीक, अद्यतन एवं त्रुटिरहित होनी चाहिए। इसके अलावा, सभी सूचनाएं निर्धारित समयसीमा के भीतर ऐप में अपलोड करना आवश्यक होगा।
विशेष रूप से इन बिंदुओं पर दिया गया जोर:
मतदान केंद्र पर दल के आगमन की स्थिति
मॉक पोल की सूचना
मतदान प्रारंभ और समाप्ति की स्थिति
मतदान की प्रगति यानी वोटर टर्नआउट
P1 रिपोर्ट और अन्य आवश्यक फॉर्म भरने की प्रक्रिया
प्रशिक्षण के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि PRO ऐप में दर्ज आंकड़े फॉर्म 17C से पूरी तरह मेल खाने चाहिए। किसी प्रकार की त्रुटि से बचने के लिए सभी पीठासीन पदाधिकारियों का मोबाइल नंबर ऐप पर पंजीकृत होना अनिवार्य बताया गया, साथ ही मोबाइल में पर्याप्त डेटा व एसएमएस पैक की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इस डिजिटल प्रणाली का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, समयबद्ध एवं विश्वसनीय बनाना है। इस पहल से लोकतांत्रिक व्यवस्था को तकनीकी मजबूती मिलेगी और चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास और भी गहरा होगा।
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