मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत किशनगंज जिला में आवेदन प्रक्रिया जोरों पर है। जिले के जीविका ग्राम संगठन में महिलाएं निःशुल्क आवेदन कर रही हैं ताकि वे इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। इस योजना के तहत, प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को सीधे उनके बैंक खाते में दस हजार रुपये की पहली किस्त डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी। रोजगार शुरू करने और उसके आकलन के बाद, आवश्यकतानुसार महिलाओं को दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी।
इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। जीविका डीपीएम अनुराधा चंद्रा के अनुसार, जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं का आवेदन ग्राम संगठन में किया जा रहा है, जबकि जो महिलाएं समूह से जुड़ी नहीं हैं उन्हें पहले समूह से जोड़ा जाएगा ताकि वे भी योजना का लाभ उठा सकें।
ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत यह योजना जीविका के माध्यम से और शहरी क्षेत्रों में नगर विकास एवं आवास विभाग के सहयोग से लागू की जा रही है। शहरी महिलाओं के लिए आवेदन क्षेत्र स्तरीय संगठन (ALF) में कराएं जा रहे हैं, जबकि समूह से जुड़ी नहीं महिलाओं के लिए वेब पोर्टल पर आवेदन की सुविधा उपलब्ध है।
जागरूकता बढ़ाने के लिए खास जागरूकता वाहन भी चलाए जा रहे हैं, जिनमें एल.ई.डी स्क्रीन के माध्यम से योजना की जानकारी दी जा रही है। अब तक 60 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, और महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत किशनगंज जिला में आवेदन प्रक्रिया जोरों पर है। जिले के जीविका ग्राम संगठन में महिलाएं निःशुल्क आवेदन कर रही हैं ताकि वे इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। इस योजना के तहत, प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को सीधे उनके बैंक खाते में दस हजार रुपये की पहली किस्त डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी। रोजगार शुरू करने और उसके आकलन के बाद, आवश्यकतानुसार महिलाओं को दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी।
इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया था। जीविका डीपीएम अनुराधा चंद्रा के अनुसार, जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं का आवेदन ग्राम संगठन में किया जा रहा है, जबकि जो महिलाएं समूह से जुड़ी नहीं हैं उन्हें पहले समूह से जोड़ा जाएगा ताकि वे भी योजना का लाभ उठा सकें।
ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत यह योजना जीविका के माध्यम से और शहरी क्षेत्रों में नगर विकास एवं आवास विभाग के सहयोग से लागू की जा रही है। शहरी महिलाओं के लिए आवेदन क्षेत्र स्तरीय संगठन (ALF) में कराएं जा रहे हैं, जबकि समूह से जुड़ी नहीं महिलाओं के लिए वेब पोर्टल पर आवेदन की सुविधा उपलब्ध है।
जागरूकता बढ़ाने के लिए खास जागरूकता वाहन भी चलाए जा रहे हैं, जिनमें एल.ई.डी स्क्रीन के माध्यम से योजना की जानकारी दी जा रही है। अब तक 60 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, और महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
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