किशनगंज जिले के डुमरिया इलाके में महाप्रभु सतनाम संघ द्वारा चार दिवसीय हरिनाम संकीर्तन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत गुरुवार को एक शोभायात्रा के रूप में की गई, जिसमें भव्य कलश यात्रा निकाली गई।
यह कलश यात्रा महिला श्रद्धालुओं द्वारा डुमरिया स्थित हरिनाम संकीर्तन कार्यक्रम स्थल से ओदरा घाट काली मंदिर तक निकाली गई। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस यात्रा में हजारों की संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुईं। कलश यात्रा ओदरा घाट पहुंचने के बाद महिलाओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और कलश में पवित्र जल भरकर पुनः डुमरिया स्थित कार्यक्रम स्थल पर लौट आईं।
इस आयोजन की जानकारी देते हुए महाप्रभु सतनाम संघ के सचिव एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजा सिंह ने बताया कि यह चार दिवसीय कार्यक्रम अत्यंत भक्ति भाव से सम्पन्न किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हरिनाम संकीर्तन का शुभारंभ महिला श्रद्धालुओं की विशाल कलश यात्रा के साथ हुआ है।
कार्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार है:
25 अप्रैल व 26 अप्रैल को प्रतिदिन भव्य हरिनाम संकीर्तन का आयोजन होगा।
27 अप्रैल को महाप्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।
यह आयोजन क्षेत्रवासियों के लिए न केवल एक धार्मिक अवसर है, बल्कि सामाजिक समरसता व आध्यात्मिक ऊर्जा का भी प्रतीक बन चुका है। भारी संख्या में भक्तों की उपस्थिति से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के डुमरिया इलाके में महाप्रभु सतनाम संघ द्वारा चार दिवसीय हरिनाम संकीर्तन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत गुरुवार को एक शोभायात्रा के रूप में की गई, जिसमें भव्य कलश यात्रा निकाली गई।
यह कलश यात्रा महिला श्रद्धालुओं द्वारा डुमरिया स्थित हरिनाम संकीर्तन कार्यक्रम स्थल से ओदरा घाट काली मंदिर तक निकाली गई। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस यात्रा में हजारों की संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल हुईं। कलश यात्रा ओदरा घाट पहुंचने के बाद महिलाओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और कलश में पवित्र जल भरकर पुनः डुमरिया स्थित कार्यक्रम स्थल पर लौट आईं।
इस आयोजन की जानकारी देते हुए महाप्रभु सतनाम संघ के सचिव एवं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजा सिंह ने बताया कि यह चार दिवसीय कार्यक्रम अत्यंत भक्ति भाव से सम्पन्न किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हरिनाम संकीर्तन का शुभारंभ महिला श्रद्धालुओं की विशाल कलश यात्रा के साथ हुआ है।
कार्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार है:
25 अप्रैल व 26 अप्रैल को प्रतिदिन भव्य हरिनाम संकीर्तन का आयोजन होगा।
27 अप्रैल को महाप्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।
यह आयोजन क्षेत्रवासियों के लिए न केवल एक धार्मिक अवसर है, बल्कि सामाजिक समरसता व आध्यात्मिक ऊर्जा का भी प्रतीक बन चुका है। भारी संख्या में भक्तों की उपस्थिति से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया है।
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