किशनगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग ने महिलाओं के स्वास्थ्य और फाइलेरिया नियंत्रण के लिए एक विशेष पहल शुरू की है। “स्वस्थ नारी – स्वस्थ परिवार” अभियान के अंतर्गत महिलाओं की जांच के साथ-साथ प्रभावित मरीजों को एमएमडीपी किट उपलब्ध कराई गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना और फाइलेरिया से बचाव की दिशा में ठोस कदम उठाना है।महिला स्वास्थ्य केंद्रित अभियानकोचाधामन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध कराई गई, साथ ही गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग और आयुष्मान कार्ड पंजीकरण की सेवाएं भी दी गईं। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि “स्वस्थ महिला ही एक सशक्त और सुरक्षित परिवार का आधार होती है।”फाइलेरिया मरीजों को सहायताअभियान के तहत फाइलेरिया पीड़ितों को मॉर्बिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसएबिलिटी प्रिवेंशन (MMDP) किट दी गई। इसमें साबुन, एंटीसेप्टिक क्रीम, तौलिया, टब, मग और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल रही। जिले के पोठिया, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ और कोचाधामन क्षेत्र में अब तक लगभग 80 मरीज ऐसी किट का लाभ पा चुके हैं।विभाग का लक्ष्यस्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले के प्रत्येक प्रभावित मरीज तक एमएमडीपी किट पहुंचाई जाएगी। साथ ही हजारों महिलाओं को स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण सेवाओं से लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रयास से स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ेगी और फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में ठोस सफलता मिलेगी।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग ने महिलाओं के स्वास्थ्य और फाइलेरिया नियंत्रण के लिए एक विशेष पहल शुरू की है। “स्वस्थ नारी – स्वस्थ परिवार” अभियान के अंतर्गत महिलाओं की जांच के साथ-साथ प्रभावित मरीजों को एमएमडीपी किट उपलब्ध कराई गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना और फाइलेरिया से बचाव की दिशा में ठोस कदम उठाना है।महिला स्वास्थ्य केंद्रित अभियानकोचाधामन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित शिविर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध कराई गई, साथ ही गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग और आयुष्मान कार्ड पंजीकरण की सेवाएं भी दी गईं। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि “स्वस्थ महिला ही एक सशक्त और सुरक्षित परिवार का आधार होती है।”फाइलेरिया मरीजों को सहायताअभियान के तहत फाइलेरिया पीड़ितों को मॉर्बिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसएबिलिटी प्रिवेंशन (MMDP) किट दी गई। इसमें साबुन, एंटीसेप्टिक क्रीम, तौलिया, टब, मग और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल रही। जिले के पोठिया, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ और कोचाधामन क्षेत्र में अब तक लगभग 80 मरीज ऐसी किट का लाभ पा चुके हैं।विभाग का लक्ष्यस्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिले के प्रत्येक प्रभावित मरीज तक एमएमडीपी किट पहुंचाई जाएगी। साथ ही हजारों महिलाओं को स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण सेवाओं से लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस प्रयास से स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ेगी और फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में ठोस सफलता मिलेगी।
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