बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों को लेकर शनिवार को समाहरणालय स्थित महानंद सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री विशाल राज ने की।
बैठक में उपस्थित सभी पीठासीन पदाधिकारियों एवं नामित अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य अत्यंत संवेदनशील एवं जिम्मेदारीपूर्ण है। सभी प्रक्रियाएँ भारत निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षण में होती हैं, इसलिए प्रत्येक अधिकारी को पूर्ण निष्पक्षता, पारदर्शिता और अनुशासन के साथ अपना कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन सामान्य प्रेक्षक मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर सकते हैं। अतः आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों को सावधानीपूर्वक पढ़ें और पालन करें। किसी भी प्रकार की शंका या समस्या होने पर संबंधित मास्टर ट्रेनर, सहकर्मी या रिटर्निंग ऑफिसर से तुरंत परामर्श लें।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि 27 और 28 अक्टूबर को छठ पर्व होने के बाद 29 अक्टूबर से निर्वाचन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से प्रारंभ हो जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को अभी से सक्रिय मोड में आ जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि जिले में चार-चार केंद्रों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जहाँ से सभी पीठासीन पदाधिकारी अपनी निर्वाचन सामग्री प्राप्त करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सभी नामित अधिकारी अपने ए.आर.ओ. के साथ मतदान केंद्रों का निरीक्षण करें, मॉक ड्रिल करें और मतदान गोपनीयता सुनिश्चित करने हेतु बैठने की व्यवस्था का पूर्वावलोकन कर लें।
अंत में श्री विशाल राज ने सभी अधिकारियों से आह्वान किया कि वे निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों और आदर्श आचार संहिता का पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ पालन करें, ताकि जिले में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित हो सके।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों को लेकर शनिवार को समाहरणालय स्थित महानंद सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री विशाल राज ने की।
बैठक में उपस्थित सभी पीठासीन पदाधिकारियों एवं नामित अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य अत्यंत संवेदनशील एवं जिम्मेदारीपूर्ण है। सभी प्रक्रियाएँ भारत निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षण में होती हैं, इसलिए प्रत्येक अधिकारी को पूर्ण निष्पक्षता, पारदर्शिता और अनुशासन के साथ अपना कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन सामान्य प्रेक्षक मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर सकते हैं। अतः आयोग द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों को सावधानीपूर्वक पढ़ें और पालन करें। किसी भी प्रकार की शंका या समस्या होने पर संबंधित मास्टर ट्रेनर, सहकर्मी या रिटर्निंग ऑफिसर से तुरंत परामर्श लें।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि 27 और 28 अक्टूबर को छठ पर्व होने के बाद 29 अक्टूबर से निर्वाचन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से प्रारंभ हो जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को अभी से सक्रिय मोड में आ जाने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि जिले में चार-चार केंद्रों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जहाँ से सभी पीठासीन पदाधिकारी अपनी निर्वाचन सामग्री प्राप्त करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सभी नामित अधिकारी अपने ए.आर.ओ. के साथ मतदान केंद्रों का निरीक्षण करें, मॉक ड्रिल करें और मतदान गोपनीयता सुनिश्चित करने हेतु बैठने की व्यवस्था का पूर्वावलोकन कर लें।
अंत में श्री विशाल राज ने सभी अधिकारियों से आह्वान किया कि वे निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों और आदर्श आचार संहिता का पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ पालन करें, ताकि जिले में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित हो सके।
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