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किशनगंज पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में ‘जीविका दीदी की रसोई’ का शुभारंभ।

सारस न्यूज़, किशनगंज।

24 दीदियों को मिला रोज़गार, प्रशिक्षणरत जवानों को मिलेगा शुद्ध और पौष्टिक भोजन

किशनगंज जिले के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में आज “जीविका दीदी की रसोई” का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर इस रसोई का शुभारंभ किया।

इस नई पहल के तहत अब प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सुरक्षाकर्मियों को स्वादिष्ट, शुद्ध और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे जीविका समूह से जुड़ी दीदियाँ स्वयं तैयार करेंगी। इस पहल से जहां जवानों को घर जैसा खाना मिलेगा, वहीं 24 जीविका दीदियों को रोजगार भी प्राप्त हुआ है, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम है।

उद्घाटन समारोह के दौरान जिला पदाधिकारी ने दीदियों से कहा कि सुरक्षा बलों को समय पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना उनकी अहम जिम्मेदारी होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जीविका दीदियाँ इस कार्य को पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाएंगी।

पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “रसोई में तैयार भोजन जवानों के लिए न सिर्फ पोषण का स्रोत होगा, बल्कि यह उनके स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए भी लाभकारी रहेगा। घर से दूर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कर्मियों को अब घर जैसा स्वाद मिल सकेगा।”

इस रसोई के उद्घाटन के मौके पर जीविका की दीदियों ने पारंपरिक अंदाज में मुख्य अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक श्रीमती अनुराधा चंद्रा ने बताया कि यह किशनगंज जिले की पाँचवीं जीविका दीदी की रसोई है। जिले में अब तक कुल 84 दीदियों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिले में 2 लाख 30 हजार महिलाएँ, 20 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं और इनके आर्थिक सशक्तिकरण हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में नॉन फॉर्म मैनेजर डॉली, बीपीएम (सदर) श्री शमशेर आलम, जीविका कर्मी सुप्रिया और रौशन, शगुन महिला संकुल संघ की लीडर समेत बड़ी संख्या में जीविका कैडर एवं दीदियाँ उपस्थित रहीं।

महिला सशक्तिकरण की ओर एक और मजबूत कदम

“जीविका दीदी की रसोई” न केवल सुरक्षाकर्मियों की सेहत का ध्यान रखेगी, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रेरणादायक मॉडल बनकर उभरेगी। यह पहल जीविका के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के मिशन को मजबूती प्रदान करती है।


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