किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड में शनिवार को खुशी जीविका महिला विकास सहकारी स्वावलंबी समिति लिमिटेड की ओर से आमसभा का आयोजन किया गया। इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया और आगामी वर्ष की कार्ययोजना पर चर्चा की गई।कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार ने कहा कि जीविका के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं और यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं न केवल अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं बल्कि समाज और परिवार को भी मजबूती प्रदान कर रही हैं।सभा में बीडीओ पोठिया मोहम्मद आसिफ, अंचलाधिकारी मोहित राज, जीविका प्रबंधक शांतनु ठाकुर और बीपीएम अजय कुमार ने भी महिला समूहों को संबोधित किया। मौके पर खुशी समिति की अध्यक्ष नूर अंजुम ने जानकारी देते हुए बताया कि समिति से कुल 778 स्वयं सहायता समूह जुड़े हैं, जिनसे लगभग 7645 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं।
इनमें से 638 समूहों को प्रथम लिंकेज के तहत बैंकों से 9 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिली है, जबकि जीविका परियोजना से लगभग 5 करोड़ 49 लाख रुपये का फंड प्रदान किया गया है। इसके साथ ही, समिति के कस्टम हायरिंग सेंटर को 84 हजार रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ है।आमसभा में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की महिला सदस्यों ने भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। आगामी वर्ष 2025-26 के लिए नए समूहों का गठन और अधिक महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया।इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले कैडर अब्दुल वासित, पूजा कुमारी, तापसी सिंह, रीता और साहिन को सम्मानित किया गया। साथ ही, कई जीविका दीदियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे समिति से ऋण लेकर उन्होंने जीविकोपार्जन के साधन विकसित किए और आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनीं।कार्यक्रम में जीविका कर्मी बिनोद कुमार समेत बड़ी संख्या में जीविका दीदियां मौजूद थीं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड में शनिवार को खुशी जीविका महिला विकास सहकारी स्वावलंबी समिति लिमिटेड की ओर से आमसभा का आयोजन किया गया। इस बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया और आगामी वर्ष की कार्ययोजना पर चर्चा की गई।कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार ने कहा कि जीविका के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं और यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं न केवल अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं बल्कि समाज और परिवार को भी मजबूती प्रदान कर रही हैं।सभा में बीडीओ पोठिया मोहम्मद आसिफ, अंचलाधिकारी मोहित राज, जीविका प्रबंधक शांतनु ठाकुर और बीपीएम अजय कुमार ने भी महिला समूहों को संबोधित किया। मौके पर खुशी समिति की अध्यक्ष नूर अंजुम ने जानकारी देते हुए बताया कि समिति से कुल 778 स्वयं सहायता समूह जुड़े हैं, जिनसे लगभग 7645 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं।
इनमें से 638 समूहों को प्रथम लिंकेज के तहत बैंकों से 9 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिली है, जबकि जीविका परियोजना से लगभग 5 करोड़ 49 लाख रुपये का फंड प्रदान किया गया है। इसके साथ ही, समिति के कस्टम हायरिंग सेंटर को 84 हजार रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ है।आमसभा में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की महिला सदस्यों ने भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। आगामी वर्ष 2025-26 के लिए नए समूहों का गठन और अधिक महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया।इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले कैडर अब्दुल वासित, पूजा कुमारी, तापसी सिंह, रीता और साहिन को सम्मानित किया गया। साथ ही, कई जीविका दीदियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे समिति से ऋण लेकर उन्होंने जीविकोपार्जन के साधन विकसित किए और आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनीं।कार्यक्रम में जीविका कर्मी बिनोद कुमार समेत बड़ी संख्या में जीविका दीदियां मौजूद थीं।
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