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खुशी जीविका सहकारी समिति की आमसभा सम्पन्न, प्रस्तुत हुआ वार्षिक लेखा-जोखा और भविष्य की कार्ययोजना।

सारस न्यूज़, किशनगंज।

जीविका दीदियों ने साझा किया अनुभव और रखा सालाना ब्योरा
भविष्य की योजनाओं पर हुई गंभीर चर्चा, कार्ययोजना हुई प्रस्तुत

किशनगंज जिला अंतर्गत पोठिया प्रखंड में शनिवार को खुशी जीविका महिला विकास सहकारी स्वावलंबी समिति लिमिटेड की आमसभा आयोजित हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जीविका दीदियाँ मौजूद थीं, जिन्होंने संगठन के बीते वर्ष की उपलब्धियों के साथ-साथ आगामी योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।

सभा की अध्यक्षता समिति की अध्यक्ष नूर अंजुम ने की। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024–25 का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि समिति से वर्तमान में 778 स्वयं सहायता समूह जुड़े हैं, जिससे कुल 7645 परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें से 638 समूहों को बैंक लिंकेज के माध्यम से लगभग 9 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त इनिशियल कैपिटलाइजेशन फंड (ICF) के रूप में परियोजना से लगभग 5 करोड़ 49 लाख रुपये की राशि दी गई है। साथ ही समिति द्वारा संचालित कस्टम हायरिंग सेंटर को 84 हजार रुपये से अधिक का लाभ हुआ है।

इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि जीविका आंदोलन ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि “आधी आबादी” अब रोजगार व स्वरोजगार के अवसरों से जुड़कर न केवल आत्मनिर्भर हो रही है बल्कि अपने परिवार और समाज को भी मजबूत बना रही है।

कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी पोठिया मो. आसिफ, अंचलाधिकारी मोहित राज, प्रबंधक जीविका शांतनु ठाकुर, तथा बीपीएम अजय कुमार भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने जीविका दीदियों को उनके सराहनीय कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।

आमसभा में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की सदस्यों ने वर्षभर के कार्यों की समीक्षा प्रस्तुत की और 2025–26 के लिए नए लक्ष्य निर्धारित किए। इसमें और अधिक परिवारों को संगठन से जोड़ना तथा अतिरिक्त स्वयं सहायता समूहों का गठन प्रमुख एजेंडा रहा।

सभा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कैडरों — अब्दुल वासित, पूजा कुमारी, तापसी सिंह, रीता और साहिन को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान कई दीदियों ने समूह से ऋण लेकर जीविकोपार्जन के साधन विकसित करने और आत्मनिर्भर बनने के अपने अनुभव भी साझा किए।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में जीविका कैडर, कर्मचारी और स्थानीय महिलाएँ मौजूद रहीं।

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