किशनगंज जिले में संभावित आपातकालीन परिस्थितियों, विशेषकर हवाई हमले जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी क्रम में मंगलवार को डीआरडीए भवन स्थित कनकई सभागार और समाहरणालय परिसर स्थित महानंदा सभागार में दो महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। इनकी अध्यक्षता जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने की, जबकि एक बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार भी मौजूद रहे।
बैठकों में सिविल डिफेन्स, आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, पुलिस विभाग, प्रशिक्षित ‘आपदा मित्र’, एवं विभिन्न प्रशासनिक पदाधिकारियों की सहभागिता रही। सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए जागरूक एवं प्रशिक्षित करना है।
📅 ब्लैकआउट अभ्यास 7 मई को शाम 7 बजे
प्रशासन ने घोषणा की है कि 7 मई 2025 को शाम 7:00 बजे से 7:10 बजे तक जिले भर में ‘ब्लैकआउट’ मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इस दौरान सायरन बजाकर नागरिकों को अलर्ट किया जाएगा। जहाँ स्थायी सायरन की व्यवस्था नहीं है, वहाँ वाहनों से सायरन की ध्वनि प्रसारित की जाएगी।
🚨 सायरन संकेतों की जानकारी:
रुक-रुक कर बजने वाला सायरन: हवाई हमले का खतरा।
लगातार दो मिनट तक बजने वाला सायरन: खतरे का समाप्त होना।
🧑🚒 आपदा मित्रों की सक्रिय भागीदारी
डीएम श्री विशाल राज ने आपदा मित्रों से परिचय प्राप्त कर उन्हें उनके कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे यूनिफॉर्म में फील्ड पर सक्रिय रहें, और अपने क्षेत्रों में मॉक ड्रिल की वीडियोग्राफी करके प्रशासन को भेजें। साथ ही, ब्लैकआउट की स्थिति में नागरिकों को मार्गदर्शन देने और सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
📢 जनता से सहयोग की अपील
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूर्ण सहयोग करें:
ब्लैकआउट के दौरान वाहनों की लाइट और इंजन बंद रखें।
घर की रौशनी ढक दें, ताकि प्रकाश बाहर न जाए।
मोबाइल फ्लैशलाइट और टॉर्च का प्रयोग न करें।
किसी भी अफवाह से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
यदि किसी स्थान पर बम जैसी आपदा की सूचना हो तो तुरंत सिविल डिफेन्स कंट्रोल रूम (फोन: 06456-222238) को सूचित करें। प्रशिक्षित स्वयंसेवक एवं वार्डन मौके पर सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे।
🧭 सामूहिक प्रयास से मजबूत होगा नागरिक सुरक्षा तंत्र
डीएम ने कहा, “यह सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा का आधार है। यह अवसर है कि हम नागरिकों को सजग बनाकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।”
बैठकों में वरिष्ठ उप समाहर्ता रोशन राज, अनुमंडल पदाधिकारी, एसडीपीओ, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, अग्निशमन अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में संभावित आपातकालीन परिस्थितियों, विशेषकर हवाई हमले जैसी आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी क्रम में मंगलवार को डीआरडीए भवन स्थित कनकई सभागार और समाहरणालय परिसर स्थित महानंदा सभागार में दो महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। इनकी अध्यक्षता जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने की, जबकि एक बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सागर कुमार भी मौजूद रहे।
बैठकों में सिविल डिफेन्स, आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, पुलिस विभाग, प्रशिक्षित ‘आपदा मित्र’, एवं विभिन्न प्रशासनिक पदाधिकारियों की सहभागिता रही। सिविल डिफेन्स मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए जागरूक एवं प्रशिक्षित करना है।
📅 ब्लैकआउट अभ्यास 7 मई को शाम 7 बजे
प्रशासन ने घोषणा की है कि 7 मई 2025 को शाम 7:00 बजे से 7:10 बजे तक जिले भर में ‘ब्लैकआउट’ मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इस दौरान सायरन बजाकर नागरिकों को अलर्ट किया जाएगा। जहाँ स्थायी सायरन की व्यवस्था नहीं है, वहाँ वाहनों से सायरन की ध्वनि प्रसारित की जाएगी।
🚨 सायरन संकेतों की जानकारी:
रुक-रुक कर बजने वाला सायरन: हवाई हमले का खतरा।
लगातार दो मिनट तक बजने वाला सायरन: खतरे का समाप्त होना।
🧑🚒 आपदा मित्रों की सक्रिय भागीदारी
डीएम श्री विशाल राज ने आपदा मित्रों से परिचय प्राप्त कर उन्हें उनके कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी। उन्हें निर्देश दिया गया कि वे यूनिफॉर्म में फील्ड पर सक्रिय रहें, और अपने क्षेत्रों में मॉक ड्रिल की वीडियोग्राफी करके प्रशासन को भेजें। साथ ही, ब्लैकआउट की स्थिति में नागरिकों को मार्गदर्शन देने और सहायता पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
📢 जनता से सहयोग की अपील
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे इस मॉक ड्रिल में पूर्ण सहयोग करें:
ब्लैकआउट के दौरान वाहनों की लाइट और इंजन बंद रखें।
घर की रौशनी ढक दें, ताकि प्रकाश बाहर न जाए।
मोबाइल फ्लैशलाइट और टॉर्च का प्रयोग न करें।
किसी भी अफवाह से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
यदि किसी स्थान पर बम जैसी आपदा की सूचना हो तो तुरंत सिविल डिफेन्स कंट्रोल रूम (फोन: 06456-222238) को सूचित करें। प्रशिक्षित स्वयंसेवक एवं वार्डन मौके पर सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे।
🧭 सामूहिक प्रयास से मजबूत होगा नागरिक सुरक्षा तंत्र
डीएम ने कहा, “यह सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा का आधार है। यह अवसर है कि हम नागरिकों को सजग बनाकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।”
बैठकों में वरिष्ठ उप समाहर्ता रोशन राज, अनुमंडल पदाधिकारी, एसडीपीओ, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, अग्निशमन अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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