आज दिनांक 14 अगस्त 2025 को जिला पदाधिकारी, किशनगंज की अध्यक्षता में आईसीडीएस से संबंधित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ-साथ बहादुरगंज, दिघलबैंक, कोचाधामन, पोठिया एवं ठाकुरगंज प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त BCD, PHED और मनरेगा विभाग के प्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भागीदारी की।
बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि जिन केंद्रों में अभी बिजली कनेक्शन नहीं है, उन्हें शीघ्र जोड़ा जाए। BCD पदाधिकारी को शौचालय एवं भवन निर्माण कार्य में तेजी लाने और समयसीमा के भीतर पूरा करने का आदेश दिया गया।
मनरेगा अधिकारियों को पूर्व में स्वीकृत 55 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को PMMVY योजना के तहत प्रगति सुनिश्चित करने, पोषण ट्रैकर में लाभार्थियों का EKYC/FRS 100% पूरा करने तथा साप्ताहिक समीक्षा करने के लिए कहा गया।
जिला पदाधिकारी ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रत्येक परियोजना से हर महीने कम से कम तीन गंभीर रूप से अतिकुपोषित बच्चों को NRC में भर्ती कराया जाए, ताकि समय पर उपचार और पोषण उपलब्ध कराया जा सके।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
आज दिनांक 14 अगस्त 2025 को जिला पदाधिकारी, किशनगंज की अध्यक्षता में आईसीडीएस से संबंधित योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के साथ-साथ बहादुरगंज, दिघलबैंक, कोचाधामन, पोठिया एवं ठाकुरगंज प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त BCD, PHED और मनरेगा विभाग के प्रतिनिधियों ने भी सक्रिय भागीदारी की।
बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि जिन केंद्रों में अभी बिजली कनेक्शन नहीं है, उन्हें शीघ्र जोड़ा जाए। BCD पदाधिकारी को शौचालय एवं भवन निर्माण कार्य में तेजी लाने और समयसीमा के भीतर पूरा करने का आदेश दिया गया।
मनरेगा अधिकारियों को पूर्व में स्वीकृत 55 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को PMMVY योजना के तहत प्रगति सुनिश्चित करने, पोषण ट्रैकर में लाभार्थियों का EKYC/FRS 100% पूरा करने तथा साप्ताहिक समीक्षा करने के लिए कहा गया।
जिला पदाधिकारी ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रत्येक परियोजना से हर महीने कम से कम तीन गंभीर रूप से अतिकुपोषित बच्चों को NRC में भर्ती कराया जाए, ताकि समय पर उपचार और पोषण उपलब्ध कराया जा सके।
Leave a Reply