किशनगंज के पास स्थित समदा गाँव की असना रूहानी ने सिक्किम न्यायिक सेवा में सिविल जज और न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि पर जिलेभर से उन्हें बधाइयाँ मिल रही हैं। किशनगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील शिशिर दास ने कहा कि एक छोटे से गाँव से निकलकर सिक्किम न्यायपालिका में न्यायाधीश बनने वाली असना रूहानी को बार एसोसिएशन की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई।
मंगलवार को यह खबर जैसे ही फैली, शहर और ग्रामीण इलाकों में खुशी की लहर दौड़ गई। असना के पिता मोहम्मद मजहरुल इस्लाम, जो सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं, और उनकी माँ, जो एक गृहिणी हैं, ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस किया। असना ने उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की प्रेरणा उन्हें अपने माता-पिता से मिली है।
शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़ टीम।
किशनगंज के पास स्थित समदा गाँव की असना रूहानी ने सिक्किम न्यायिक सेवा में सिविल जज और न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि पर जिलेभर से उन्हें बधाइयाँ मिल रही हैं। किशनगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील शिशिर दास ने कहा कि एक छोटे से गाँव से निकलकर सिक्किम न्यायपालिका में न्यायाधीश बनने वाली असना रूहानी को बार एसोसिएशन की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई।
मंगलवार को यह खबर जैसे ही फैली, शहर और ग्रामीण इलाकों में खुशी की लहर दौड़ गई। असना के पिता मोहम्मद मजहरुल इस्लाम, जो सेवानिवृत्त इंजीनियर हैं, और उनकी माँ, जो एक गृहिणी हैं, ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस किया। असना ने उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की प्रेरणा उन्हें अपने माता-पिता से मिली है।
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