पोठिया प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत मंच बन कर उभरा है। इस कार्यक्रम में भाग लेकर महिलाओं ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर वे आज स्वावलंबी बन चुकी हैं।
मिर्जापुर की झरना देवी ने बताया कि उनकी बहू ने BPSC शिक्षक परीक्षा पास की और महिलाओं को मिले 50% आरक्षण का लाभ उठाकर सरकारी नौकरी प्राप्त की। आज उनका परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है। स्वयं झरना देवी भी फूल जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़कर स्वरोजगार कर रही हैं। ऋण लेकर व्यवसाय शुरू किया और अब घर चलाने में आत्मनिर्भर बनी हैं।
कृष्णा देवनाथ ने अपनी बेटी के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं जैसे पोशाक योजना, छात्रवृत्ति, साइकिल योजना, मध्याह्न भोजन और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से उनकी बेटी को पढ़ाई में काफी मदद मिली। आज वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है।
ठाकुरगंज प्रखंड के कुकुरबाघी पंचायत की लता सिंह, तुलसी जीविका समूह से जुड़कर बैंक सखी के पद पर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद उन्हें आत्मनिर्भरता का नया रास्ता मिला है और उनकी सामाजिक पहचान बनी है।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ शपथ ली। साथ ही, बच्चों की शिक्षा, उनके सर्वांगीण विकास और स्वरोजगार के साधन विकसित कर आमदनी बढ़ाने का संकल्प लिया।
सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रेरणादायक वीडियो, लीफलेट वितरण, और संवाद के माध्यम से महिलाओं को सशक्त और जागरूक किया जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल अनुभव साझा करने का मंच बन रहा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
पोठिया प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत मंच बन कर उभरा है। इस कार्यक्रम में भाग लेकर महिलाओं ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर वे आज स्वावलंबी बन चुकी हैं।
मिर्जापुर की झरना देवी ने बताया कि उनकी बहू ने BPSC शिक्षक परीक्षा पास की और महिलाओं को मिले 50% आरक्षण का लाभ उठाकर सरकारी नौकरी प्राप्त की। आज उनका परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है। स्वयं झरना देवी भी फूल जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़कर स्वरोजगार कर रही हैं। ऋण लेकर व्यवसाय शुरू किया और अब घर चलाने में आत्मनिर्भर बनी हैं।
कृष्णा देवनाथ ने अपनी बेटी के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं जैसे पोशाक योजना, छात्रवृत्ति, साइकिल योजना, मध्याह्न भोजन और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से उनकी बेटी को पढ़ाई में काफी मदद मिली। आज वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है।
ठाकुरगंज प्रखंड के कुकुरबाघी पंचायत की लता सिंह, तुलसी जीविका समूह से जुड़कर बैंक सखी के पद पर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद उन्हें आत्मनिर्भरता का नया रास्ता मिला है और उनकी सामाजिक पहचान बनी है।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ शपथ ली। साथ ही, बच्चों की शिक्षा, उनके सर्वांगीण विकास और स्वरोजगार के साधन विकसित कर आमदनी बढ़ाने का संकल्प लिया।
सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रेरणादायक वीडियो, लीफलेट वितरण, और संवाद के माध्यम से महिलाओं को सशक्त और जागरूक किया जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल अनुभव साझा करने का मंच बन रहा है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।
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