किशनगंज जिले में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम ने महिलाओं को अपनी आवाज बुलंद करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया है। इस मंच के माध्यम से महिलाएँ अब खुलकर अपनी समस्याएँ, आकांक्षाएँ और सुझाव साझा कर रही हैं, जिससे न केवल उनके विचार सामने आ रहे हैं, बल्कि वे सामूहिक रूप से अपने अधिकारों और जरूरतों को भी पहचान रही हैं।
महिला संवाद का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के मुद्दों को उजागर करना और उन्हें नीति निर्माण प्रक्रिया में भागीदार बनाना है। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से वृद्ध महिलाएँ, जो वृद्धा पेंशन में वृद्धि की मांग कर रही हैं, अपनी आकांक्षाएँ व्यक्त कर रही हैं। उनकी यह इच्छा ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती महंगाई और जरूरतों के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण है।
ठाकुरगंज प्रखंड के रोज, विशाल और लाडला ग्राम संगठनों में अनवरी बेगम, शाहिन और हाजरा खातून ने इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता की बात कही। इसके अलावा, कार्यक्रम में महिलाओं को अपनी बात रखने का एक सशक्त मंच मिला है और वे उत्साह से इसमें भाग ले रही हैं।
अब तक जिले के एक सौ पचास ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है, जिसमें तीस हजार से अधिक महिलाएँ शामिल हो चुकी हैं। इस कार्यक्रम में महिलाएँ न केवल अपने व्यक्तिगत मुद्दों को उठा रही हैं, बल्कि वे अपने गाँव और पंचायत की स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए भी आवाज उठा रही हैं।
उदाहरण के तौर पर, ठाकुरगंज प्रखंड की अख्तरुण निशा दीदी ने राजी बस्ती में सड़क निर्माण की मांग की। वहीं, कोचाधामन प्रखंड की पलक कुमारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के माध्यम से उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिल रही है। इसी तरह, टेढ़ागाछ प्रखंड की नूतन कुमारी ने साझा किया कि सरकारी विद्यालय में साइकिल मिलने से उन्हें स्कूल आने-जाने में बहुत सुविधा हो रही है।
महिला संवाद कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया है कि जब महिलाएँ अपने विचारों और आकांक्षाओं को खुलकर व्यक्त करती हैं, तो उनके जीवन में सार्थक बदलाव संभव हो सकता है। यह कार्यक्रम महिलाओं की समस्याओं और उनके स्थानीय, नीतिगत मुद्दों को सरकार तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम बन रहा है।
महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि वे अपने जीवन में सुधार लाने के लिए सही दिशा में कदम उठा सकें।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि जब महिलाओं की आवाज़ को मंच मिलेगा, तो वे न केवल अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगी, बल्कि वे समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम ने महिलाओं को अपनी आवाज बुलंद करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया है। इस मंच के माध्यम से महिलाएँ अब खुलकर अपनी समस्याएँ, आकांक्षाएँ और सुझाव साझा कर रही हैं, जिससे न केवल उनके विचार सामने आ रहे हैं, बल्कि वे सामूहिक रूप से अपने अधिकारों और जरूरतों को भी पहचान रही हैं।
महिला संवाद का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के मुद्दों को उजागर करना और उन्हें नीति निर्माण प्रक्रिया में भागीदार बनाना है। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से वृद्ध महिलाएँ, जो वृद्धा पेंशन में वृद्धि की मांग कर रही हैं, अपनी आकांक्षाएँ व्यक्त कर रही हैं। उनकी यह इच्छा ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती महंगाई और जरूरतों के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण है।
ठाकुरगंज प्रखंड के रोज, विशाल और लाडला ग्राम संगठनों में अनवरी बेगम, शाहिन और हाजरा खातून ने इस दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता की बात कही। इसके अलावा, कार्यक्रम में महिलाओं को अपनी बात रखने का एक सशक्त मंच मिला है और वे उत्साह से इसमें भाग ले रही हैं।
अब तक जिले के एक सौ पचास ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है, जिसमें तीस हजार से अधिक महिलाएँ शामिल हो चुकी हैं। इस कार्यक्रम में महिलाएँ न केवल अपने व्यक्तिगत मुद्दों को उठा रही हैं, बल्कि वे अपने गाँव और पंचायत की स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए भी आवाज उठा रही हैं।
उदाहरण के तौर पर, ठाकुरगंज प्रखंड की अख्तरुण निशा दीदी ने राजी बस्ती में सड़क निर्माण की मांग की। वहीं, कोचाधामन प्रखंड की पलक कुमारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के माध्यम से उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिल रही है। इसी तरह, टेढ़ागाछ प्रखंड की नूतन कुमारी ने साझा किया कि सरकारी विद्यालय में साइकिल मिलने से उन्हें स्कूल आने-जाने में बहुत सुविधा हो रही है।
महिला संवाद कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया है कि जब महिलाएँ अपने विचारों और आकांक्षाओं को खुलकर व्यक्त करती हैं, तो उनके जीवन में सार्थक बदलाव संभव हो सकता है। यह कार्यक्रम महिलाओं की समस्याओं और उनके स्थानीय, नीतिगत मुद्दों को सरकार तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम बन रहा है।
महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि वे अपने जीवन में सुधार लाने के लिए सही दिशा में कदम उठा सकें।
अंत में, यह कहा जा सकता है कि जब महिलाओं की आवाज़ को मंच मिलेगा, तो वे न केवल अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगी, बल्कि वे समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
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