सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0 (आईसीडीएस) योजना के तहत महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में अपेक्षित सुधार लाने, पोषण स्तर और गुणवत्ता मानकों की निगरानी के लिए जिला पोषण समिति सह जिला अभिसरण समिति की बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई।
बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पीएचईडी, विद्युत, जीविका और कृषि विभागों के पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, तथा पिरामल फाउंडेशन और यूनिसेफ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में हुई प्रमुख चर्चाएं
एनीमिया की स्थिति:
जिले में महिलाओं और बच्चों में एनीमिया की स्थिति की समीक्षा की गई।
पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में गंभीर कुपोषित बच्चों (SAM) का एडमिशन:
NRC में भर्ती गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (SAM) की संख्या अपेक्षा से कम होने के कारण बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को ऐसे बच्चों को जल्द से जल्द NRC में भर्ती कराने का निर्देश दिया गया।
आंगनवाड़ी केंद्रों की आधारभूत संरचना:
शौचालय, पेयजल और विद्युत कनेक्शन की स्थिति की गहन समीक्षा की गई।
बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए एक सप्ताह के भीतर ऑनलाइन विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन करें।
विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि सभी स्वीकृत आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई कर जल्द से जल्द कनेक्शन उपलब्ध कराएं।
PHED विभाग को शेष आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
महत्वपूर्ण निर्णय एवं निर्देश
आंगनवाड़ी केंद्रों में आधारभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (SAM) की NRC में भर्ती को बढ़ावा दिया जाएगा।
सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए और जिले में पोषण स्तर सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने पर सहमति बनी।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0 (आईसीडीएस) योजना के तहत महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में अपेक्षित सुधार लाने, पोषण स्तर और गुणवत्ता मानकों की निगरानी के लिए जिला पोषण समिति सह जिला अभिसरण समिति की बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई।
बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पीएचईडी, विद्युत, जीविका और कृषि विभागों के पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, तथा पिरामल फाउंडेशन और यूनिसेफ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक में हुई प्रमुख चर्चाएं
एनीमिया की स्थिति:
जिले में महिलाओं और बच्चों में एनीमिया की स्थिति की समीक्षा की गई।
पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में गंभीर कुपोषित बच्चों (SAM) का एडमिशन:
NRC में भर्ती गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (SAM) की संख्या अपेक्षा से कम होने के कारण बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को ऐसे बच्चों को जल्द से जल्द NRC में भर्ती कराने का निर्देश दिया गया।
आंगनवाड़ी केंद्रों की आधारभूत संरचना:
शौचालय, पेयजल और विद्युत कनेक्शन की स्थिति की गहन समीक्षा की गई।
बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए एक सप्ताह के भीतर ऑनलाइन विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन करें।
विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि सभी स्वीकृत आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई कर जल्द से जल्द कनेक्शन उपलब्ध कराएं।
PHED विभाग को शेष आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
महत्वपूर्ण निर्णय एवं निर्देश
आंगनवाड़ी केंद्रों में आधारभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (SAM) की NRC में भर्ती को बढ़ावा दिया जाएगा।
सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए और जिले में पोषण स्तर सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने पर सहमति बनी।
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