मानवता की सेवा का सबसे बड़ा रूप रक्तदान है, और इसी भावना को साकार करते हुए पुलिस स्मृति दिवस एवं राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, किशनगंज में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रशिक्षु सिपाहियों और पुलिस अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कुल 25 यूनिट रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का उदाहरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस लाइन केंद्र के मेजर अमित कुमार ने स्वयं रक्तदान कर की। उनके इस कदम से पूरे शिविर में उत्साह और प्रेरणा का माहौल बन गया।
सेवा और संवेदना का प्रतीक बना आयोजन शिविर में ब्लड बैंक, सदर अस्पताल किशनगंज की टीम ने पूरी जिम्मेदारी के साथ सहयोग किया। इस अवसर पर सीडीओ-कम-डीवीबीडीसीओ डॉ. मंजर आलम ने कहा कि रक्तदान केवल जरूरतमंदों की सहायता नहीं, बल्कि समाज में एकता, सहयोग और मानवीय संवेदना को बढ़ाने का माध्यम है। उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग ने आज यह साबित किया है कि सेवा वर्दी तक सीमित नहीं, बल्कि दिल से जुड़ी भावना है।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के शिविर समाज में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए बेहद प्रभावी हैं।
“रक्तदान सबसे बड़ा मानव धर्म” — सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह शिविर समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान न केवल जीवन बचाता है, बल्कि यह दाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। रक्तदान से शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण होता है और व्यक्ति मानसिक रूप से भी सशक्त महसूस करता है। उन्होंने जिले के अन्य सरकारी विभागों से भी ऐसे समाजोपयोगी कार्यक्रम आयोजित करने की अपील की।
“सेवा और एकता ही राष्ट्र की शक्ति” — जिलाधिकारी विशाल राज जिलाधिकारी विशाल राज ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि “राष्ट्रीय एकता दिवस और पुलिस स्मृति दिवस हमें सिखाते हैं कि सेवा, सहयोग और करुणा ही देश की असली ताकत हैं।” उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह रक्तदान शिविर न केवल कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि जब कोई अनजान व्यक्ति किसी की मदद करता है, तो वही सच्ची देशभक्ति होती है।
पुलिसकर्मियों का संकल्प — “हर वर्ष करेंगे रक्तदान” शिविर के दौरान उपस्थित सभी प्रशिक्षु सिपाहियों और पुलिस अधिकारियों ने यह संकल्प लिया कि वे आगे भी नियमित रूप से रक्तदान करेंगे और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करेंगे। ब्लड सेंटर की टीम ने सभी दाताओं को धन्यवाद देते हुए “सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिशिएशन” प्रदान किया।
कार्यक्रम के समापन पर पूरे परिसर में गर्व और संतोष का वातावरण था। यह रक्तदान शिविर न केवल पुलिस विभाग की अनुशासन और सेवा भावना का प्रतीक बना, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि — “रक्त की हर बूंद किसी जीवन की नई सुबह है, आइए — रक्तदान करें और मानवता को जीवित रखें।”
सारस न्यूज़, किशनगंज।
मानवता की सेवा का सबसे बड़ा रूप रक्तदान है, और इसी भावना को साकार करते हुए पुलिस स्मृति दिवस एवं राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, किशनगंज में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रशिक्षु सिपाहियों और पुलिस अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कुल 25 यूनिट रक्तदान कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का उदाहरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस लाइन केंद्र के मेजर अमित कुमार ने स्वयं रक्तदान कर की। उनके इस कदम से पूरे शिविर में उत्साह और प्रेरणा का माहौल बन गया।
सेवा और संवेदना का प्रतीक बना आयोजन शिविर में ब्लड बैंक, सदर अस्पताल किशनगंज की टीम ने पूरी जिम्मेदारी के साथ सहयोग किया। इस अवसर पर सीडीओ-कम-डीवीबीडीसीओ डॉ. मंजर आलम ने कहा कि रक्तदान केवल जरूरतमंदों की सहायता नहीं, बल्कि समाज में एकता, सहयोग और मानवीय संवेदना को बढ़ाने का माध्यम है। उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग ने आज यह साबित किया है कि सेवा वर्दी तक सीमित नहीं, बल्कि दिल से जुड़ी भावना है।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के शिविर समाज में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने और युवाओं को प्रेरित करने के लिए बेहद प्रभावी हैं।
“रक्तदान सबसे बड़ा मानव धर्म” — सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह शिविर समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि रक्तदान न केवल जीवन बचाता है, बल्कि यह दाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। रक्तदान से शरीर में नई कोशिकाओं का निर्माण होता है और व्यक्ति मानसिक रूप से भी सशक्त महसूस करता है। उन्होंने जिले के अन्य सरकारी विभागों से भी ऐसे समाजोपयोगी कार्यक्रम आयोजित करने की अपील की।
“सेवा और एकता ही राष्ट्र की शक्ति” — जिलाधिकारी विशाल राज जिलाधिकारी विशाल राज ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि “राष्ट्रीय एकता दिवस और पुलिस स्मृति दिवस हमें सिखाते हैं कि सेवा, सहयोग और करुणा ही देश की असली ताकत हैं।” उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा आयोजित यह रक्तदान शिविर न केवल कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि जब कोई अनजान व्यक्ति किसी की मदद करता है, तो वही सच्ची देशभक्ति होती है।
पुलिसकर्मियों का संकल्प — “हर वर्ष करेंगे रक्तदान” शिविर के दौरान उपस्थित सभी प्रशिक्षु सिपाहियों और पुलिस अधिकारियों ने यह संकल्प लिया कि वे आगे भी नियमित रूप से रक्तदान करेंगे और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करेंगे। ब्लड सेंटर की टीम ने सभी दाताओं को धन्यवाद देते हुए “सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिशिएशन” प्रदान किया।
कार्यक्रम के समापन पर पूरे परिसर में गर्व और संतोष का वातावरण था। यह रक्तदान शिविर न केवल पुलिस विभाग की अनुशासन और सेवा भावना का प्रतीक बना, बल्कि इसने यह संदेश भी दिया कि — “रक्त की हर बूंद किसी जीवन की नई सुबह है, आइए — रक्तदान करें और मानवता को जीवित रखें।”
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