हज़ारों प्रतिभागियों की उपस्थिति में होगा राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम, विभिन्न राज्यों से आएंगे प्रतिभागी
किशनगंज के अंजुमन इस्लामिया हॉल में सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन (SSF) नेशनल के तत्वावधान में SSF नेशनल तरतील कांफ्रेंस, मुन्नी इज्तिमा और WEFI करियर गाइडेंस एक्सपो का भव्य आयोजन 28 और 29 जून 2025 को होने जा रहा है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम इस क्षेत्र के शैक्षणिक, धार्मिक और सामाजिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में देखा जा रहा है।
पहला दिन : 28 जून 2025 (शनिवार)
कार्यक्रम की शुरुआत SSF ध्वजारोहण से होगी। उसके बाद WEFI (विजडम एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया) द्वारा आयोजित करियर गाइडेंस एक्सपो का आयोजन होगा। इस एक्सपो का उद्देश्य छात्रों को उनकी शिक्षा और करियर को लेकर मार्गदर्शन प्रदान करना है — जैसे वे किस विषय में जाएं, किस विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश लें।
दूसरा दिन : 29 जून 2025 (रविवार)
सुबह 9:00 बजे से SSF नेशनल तरतील फिनाले का शुभारंभ होगा, जिसमें 25 राज्यों के प्रतिभागी भाग लेंगे। वे छात्र जो विभिन्न जिलों, गाँवों, स्कूलों, कॉलेजों और मदरसों से स्थानीय स्तर पर तरतील प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुके हैं, वे इस राष्ट्रीय फिनाले में कुरान की तिलावत की प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें केरल, कर्नाटक, कश्मीर, तमिलनाडु, ओडिशा, असम और अंडमान जैसे राज्यों की टीमें भी शामिल होंगी।
विशेष सुन्नी सभा
उसी दिन 29 जून को मगरिब की नमाज़ के बाद एक विशेष सुन्नी सभा का आयोजन होगा। इस सभा के संरक्षक हज़रत सैयद पीर शमसुल्लाह जान मिस्बाही (सज्जादा नशीन, खानकाह समरकंदिया, दरभंगा) होंगे, जबकि अध्यक्षता हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद कियामुद्दीन हुसैनी अज़मती करेंगे।
सभा में देशभर से प्रसिद्ध इस्लामी विद्वानों की भागीदारी होगी, जिनमें प्रमुख हैं:
हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद अनस मुस्तफा वस्ती बिलग्रामी (बिलग्राम, यूपी)
मुफ्ती फकीह अल कमर नोमानी (सीतामढ़ी) तथा अनेक खानकाहों, मदरसों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे।
आयोजन का उद्देश्य
कार्यक्रम के संयोजक हज़रत सैयद अहमद कबीर हुसैनी अज़मती और सरवर आलम ने बताया कि इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य युवाओं को मंच प्रदान करना है, जहाँ वे पवित्र कुरान के साथ जुड़कर अपने नैतिक, आध्यात्मिक और शैक्षणिक विकास की दिशा में प्रेरित हों। उनका कहना है कि जहां पहले युवा मनोरंजन के माध्यम से नकारात्मक प्रवृत्तियों में शामिल होते थे, वहीं अब यह मंच उन्हें आध्यात्मिक चेतना और शिक्षा की रोशनी देगा।
SSF का परिचय
सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन (SSF) भारत के सुन्नी मुस्लिम छात्रों का एक प्रमुख संगठन है जो पिछले पचास वर्षों से छात्रों के शैक्षणिक, धार्मिक और सामाजिक सशक्तिकरण में लगा हुआ है। संगठन शिक्षा, दारुल उलूम, शरिया कॉलेज, रोजगार, राहत, चिकित्सा आदि क्षेत्रों में कार्य करता है।
SSF का मानना है कि शिक्षा के बिना कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता। इसलिए यह संगठन युवाओं को धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना से जोड़ने का कार्य कर रहा है।
निष्कर्ष: यह आयोजन न केवल किशनगंज बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होगा। यह नयी पीढ़ी के युवाओं को राष्ट्र निर्माण और धार्मिक चेतना के मार्ग पर आगे बढ़ाने की एक ठोस पहल है। आइए, हम सब इस सकारात्मक और पवित्र प्रयास में सहभागी बनें।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
हज़ारों प्रतिभागियों की उपस्थिति में होगा राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम, विभिन्न राज्यों से आएंगे प्रतिभागी
किशनगंज के अंजुमन इस्लामिया हॉल में सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन (SSF) नेशनल के तत्वावधान में SSF नेशनल तरतील कांफ्रेंस, मुन्नी इज्तिमा और WEFI करियर गाइडेंस एक्सपो का भव्य आयोजन 28 और 29 जून 2025 को होने जा रहा है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम इस क्षेत्र के शैक्षणिक, धार्मिक और सामाजिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में देखा जा रहा है।
पहला दिन : 28 जून 2025 (शनिवार)
कार्यक्रम की शुरुआत SSF ध्वजारोहण से होगी। उसके बाद WEFI (विजडम एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया) द्वारा आयोजित करियर गाइडेंस एक्सपो का आयोजन होगा। इस एक्सपो का उद्देश्य छात्रों को उनकी शिक्षा और करियर को लेकर मार्गदर्शन प्रदान करना है — जैसे वे किस विषय में जाएं, किस विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश लें।
दूसरा दिन : 29 जून 2025 (रविवार)
सुबह 9:00 बजे से SSF नेशनल तरतील फिनाले का शुभारंभ होगा, जिसमें 25 राज्यों के प्रतिभागी भाग लेंगे। वे छात्र जो विभिन्न जिलों, गाँवों, स्कूलों, कॉलेजों और मदरसों से स्थानीय स्तर पर तरतील प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुके हैं, वे इस राष्ट्रीय फिनाले में कुरान की तिलावत की प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें केरल, कर्नाटक, कश्मीर, तमिलनाडु, ओडिशा, असम और अंडमान जैसे राज्यों की टीमें भी शामिल होंगी।
विशेष सुन्नी सभा
उसी दिन 29 जून को मगरिब की नमाज़ के बाद एक विशेष सुन्नी सभा का आयोजन होगा। इस सभा के संरक्षक हज़रत सैयद पीर शमसुल्लाह जान मिस्बाही (सज्जादा नशीन, खानकाह समरकंदिया, दरभंगा) होंगे, जबकि अध्यक्षता हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद कियामुद्दीन हुसैनी अज़मती करेंगे।
सभा में देशभर से प्रसिद्ध इस्लामी विद्वानों की भागीदारी होगी, जिनमें प्रमुख हैं:
हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद अनस मुस्तफा वस्ती बिलग्रामी (बिलग्राम, यूपी)
मुफ्ती फकीह अल कमर नोमानी (सीतामढ़ी) तथा अनेक खानकाहों, मदरसों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे।
आयोजन का उद्देश्य
कार्यक्रम के संयोजक हज़रत सैयद अहमद कबीर हुसैनी अज़मती और सरवर आलम ने बताया कि इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य युवाओं को मंच प्रदान करना है, जहाँ वे पवित्र कुरान के साथ जुड़कर अपने नैतिक, आध्यात्मिक और शैक्षणिक विकास की दिशा में प्रेरित हों। उनका कहना है कि जहां पहले युवा मनोरंजन के माध्यम से नकारात्मक प्रवृत्तियों में शामिल होते थे, वहीं अब यह मंच उन्हें आध्यात्मिक चेतना और शिक्षा की रोशनी देगा।
SSF का परिचय
सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन (SSF) भारत के सुन्नी मुस्लिम छात्रों का एक प्रमुख संगठन है जो पिछले पचास वर्षों से छात्रों के शैक्षणिक, धार्मिक और सामाजिक सशक्तिकरण में लगा हुआ है। संगठन शिक्षा, दारुल उलूम, शरिया कॉलेज, रोजगार, राहत, चिकित्सा आदि क्षेत्रों में कार्य करता है।
SSF का मानना है कि शिक्षा के बिना कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता। इसलिए यह संगठन युवाओं को धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना से जोड़ने का कार्य कर रहा है।
निष्कर्ष: यह आयोजन न केवल किशनगंज बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण होगा। यह नयी पीढ़ी के युवाओं को राष्ट्र निर्माण और धार्मिक चेतना के मार्ग पर आगे बढ़ाने की एक ठोस पहल है। आइए, हम सब इस सकारात्मक और पवित्र प्रयास में सहभागी बनें।
Leave a Reply