जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देशानुसार, अपर समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज की अध्यक्षता में समाहरणालय के महानंदा सभागार में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME), और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत लाभुकों के बीच ऋण वितरण शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में अपर समाहर्ता का स्वागत जीएम, जिला उद्योग केंद्र द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इसके बाद, अपर समाहर्ता, उप सचिव (उद्योग विभाग) और बैंकिंग प्रभारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के 12 लाभुकों को कुल 103.96 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया। पीएमईजीपी-2 के तहत 1 लाभुक को 100.00 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के 13 लाभुकों को 114.64 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया और पीएम विश्वकर्मा योजना के 10 लाभुकों को 10 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम(PMEGP) का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक कारीगरों और बेरोजगार युवाओं की सहायता करना और गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना है।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के असंगठित क्षेत्र में मौजूदा एकल सूक्ष्म उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और इस क्षेत्र के औपचारिककरण को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत किसान उत्पाद संगठनों (FPO), स्वयं सहायता समूहों (SHG), और उत्पादक सहकारी समितियों को उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के साथ-साथ समर्थन प्रदान किया जाता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों की मदद करती है। इसके अंतर्गत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र प्रदान किया जाता है, और इसके आधार पर उपकरण खरीद हेतु ब्याज मुक्त ऋण दिया जाता है।
अपर समाहर्ता ने सभी लाभुकों को शुभकामनाएँ दी और सभी बैंकों के पदाधिकारियों को तीनों योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने बैंकों के सहयोग की सराहना भी की।
कार्यक्रम का संचालन श्री अनिल कुमार रत्न, उद्योग विस्तार पदाधिकारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपर समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज के साथ उप सचिव (उद्योग विभाग) राज कुमार यादव, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र अनिल कुमार मंडल, वरीय उप-समाहर्ता (बैंकिंग) आतिफ इकबाल, एलडीएम इंदु शेखर, बैंककर्मी और योजना के लाभार्थी उपस्थित थे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
लगभग 3 करोड़ 28 लाख रुपए का ऋण वितरित किया गया
जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देशानुसार, अपर समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज की अध्यक्षता में समाहरणालय के महानंदा सभागार में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME), और प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत लाभुकों के बीच ऋण वितरण शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में अपर समाहर्ता का स्वागत जीएम, जिला उद्योग केंद्र द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इसके बाद, अपर समाहर्ता, उप सचिव (उद्योग विभाग) और बैंकिंग प्रभारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के 12 लाभुकों को कुल 103.96 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया। पीएमईजीपी-2 के तहत 1 लाभुक को 100.00 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (PMFME) के 13 लाभुकों को 114.64 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया और पीएम विश्वकर्मा योजना के 10 लाभुकों को 10 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम(PMEGP) का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पारंपरिक कारीगरों और बेरोजगार युवाओं की सहायता करना और गैर-कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना है।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना का उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के असंगठित क्षेत्र में मौजूदा एकल सूक्ष्म उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और इस क्षेत्र के औपचारिककरण को प्रोत्साहित करना है। इसके तहत किसान उत्पाद संगठनों (FPO), स्वयं सहायता समूहों (SHG), और उत्पादक सहकारी समितियों को उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के साथ-साथ समर्थन प्रदान किया जाता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों की मदद करती है। इसके अंतर्गत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र प्रदान किया जाता है, और इसके आधार पर उपकरण खरीद हेतु ब्याज मुक्त ऋण दिया जाता है।
अपर समाहर्ता ने सभी लाभुकों को शुभकामनाएँ दी और सभी बैंकों के पदाधिकारियों को तीनों योजनाओं का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने बैंकों के सहयोग की सराहना भी की।
कार्यक्रम का संचालन श्री अनिल कुमार रत्न, उद्योग विस्तार पदाधिकारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपर समाहर्ता अमरेंद्र कुमार पंकज के साथ उप सचिव (उद्योग विभाग) राज कुमार यादव, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र अनिल कुमार मंडल, वरीय उप-समाहर्ता (बैंकिंग) आतिफ इकबाल, एलडीएम इंदु शेखर, बैंककर्मी और योजना के लाभार्थी उपस्थित थे।
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