गुरुवार को पोठिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस. आर. अंसारी की अगुवाई में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य टीकाकरण अभियान को सौ प्रतिशत सफल बनाना था। कार्यशाला में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस अवसर पर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सुनील कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार, निगरानी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रीतम घोष, जिला वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर ओमप्रकाश वर्मा, यूनिसेफ प्रतिनिधि मो. एजाज अफजल, एस.एम.सी. सदस्य और अनेक एएनएम व स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
डॉ. अंसारी ने बताया कि कई बच्चे विभिन्न कारणों से नियमित टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं। ऐसे बच्चों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पंचायत में विशेष टीकाकरण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इन केंद्रों के लिए पंचायतवार नक्शा तैयार किया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा टीके से वंचित न रह जाए। आशा कार्यकर्ताओं की मदद से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर इन विशेष केंद्रों पर लाया जाएगा और उनका टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा।
फिलहाल, प्रखंड क्षेत्र में दो सक्रिय केंद्र कार्यरत हैं—सारोगरा, जहां सप्ताह में एक दिन टीकाकरण होता है, और बलदिया हाट, जहां प्रतिदिन यह कार्य संपन्न होता है। कार्यशाला में टीकाकरण प्रक्रिया से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की गईं।
सारस न्यूज, वेब डेस्क।
गुरुवार को पोठिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एस. आर. अंसारी की अगुवाई में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य टीकाकरण अभियान को सौ प्रतिशत सफल बनाना था। कार्यशाला में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस अवसर पर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सुनील कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार, निगरानी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रीतम घोष, जिला वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर ओमप्रकाश वर्मा, यूनिसेफ प्रतिनिधि मो. एजाज अफजल, एस.एम.सी. सदस्य और अनेक एएनएम व स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
डॉ. अंसारी ने बताया कि कई बच्चे विभिन्न कारणों से नियमित टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं। ऐसे बच्चों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पंचायत में विशेष टीकाकरण केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इन केंद्रों के लिए पंचायतवार नक्शा तैयार किया जाएगा, ताकि कोई भी बच्चा टीके से वंचित न रह जाए। आशा कार्यकर्ताओं की मदद से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर इन विशेष केंद्रों पर लाया जाएगा और उनका टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा।
फिलहाल, प्रखंड क्षेत्र में दो सक्रिय केंद्र कार्यरत हैं—सारोगरा, जहां सप्ताह में एक दिन टीकाकरण होता है, और बलदिया हाट, जहां प्रतिदिन यह कार्य संपन्न होता है। कार्यशाला में टीकाकरण प्रक्रिया से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की गईं।
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