जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत 10 मार्च, सोमवार को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच का आयोजन किया गया। सामान्यत: यह कार्यक्रम हर महीने की 9 तारीख को आयोजित होता है, लेकिन इस बार रविवार होने के कारण इसे 10 मार्च को आयोजित किया गया।
इस दौरान जिले भर में 500 से अधिक गर्भवती महिलाओं की आवश्यक स्वास्थ्य जांच की गई। वहीं, सदर अस्पताल में महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन द्वारा 15 गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया गया।
जिला पदाधिकारी ने मातृ स्वास्थ्य पर दिया जोर:
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। यह अभियान सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ शिशु के लिए बेहद जरूरी है। हर गर्भवती महिला को इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए।”
सिविल सर्जन ने अभियान को बताया महत्वपूर्ण:
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने कहा, “इस अभियान के माध्यम से उच्च जोखिम गर्भावस्था (HRP) की पहचान कर समय पर उपचार प्रदान किया जा रहा है। नियमित जांच से मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।”
अल्ट्रासाउंड से सुरक्षित प्रसव का मार्ग प्रशस्त:
डॉ. शबनम यास्मीन ने बताया, “अल्ट्रासाउंड के माध्यम से शिशु के विकास, गर्भनाल की स्थिति और गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का समय रहते पता लगाया जा सकता है। इससे सुरक्षित प्रसव के लिए उचित मार्गदर्शन मिलता है।”
सारस न्यूज, किशनगंज।
जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान के तहत 10 मार्च, सोमवार को गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच का आयोजन किया गया। सामान्यत: यह कार्यक्रम हर महीने की 9 तारीख को आयोजित होता है, लेकिन इस बार रविवार होने के कारण इसे 10 मार्च को आयोजित किया गया।
इस दौरान जिले भर में 500 से अधिक गर्भवती महिलाओं की आवश्यक स्वास्थ्य जांच की गई। वहीं, सदर अस्पताल में महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन द्वारा 15 गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया गया।
जिला पदाधिकारी ने मातृ स्वास्थ्य पर दिया जोर:
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने कहा, “प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। यह अभियान सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ शिशु के लिए बेहद जरूरी है। हर गर्भवती महिला को इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए।”
सिविल सर्जन ने अभियान को बताया महत्वपूर्ण:
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने कहा, “इस अभियान के माध्यम से उच्च जोखिम गर्भावस्था (HRP) की पहचान कर समय पर उपचार प्रदान किया जा रहा है। नियमित जांच से मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।”
अल्ट्रासाउंड से सुरक्षित प्रसव का मार्ग प्रशस्त:
डॉ. शबनम यास्मीन ने बताया, “अल्ट्रासाउंड के माध्यम से शिशु के विकास, गर्भनाल की स्थिति और गर्भावस्था से जुड़ी जटिलताओं का समय रहते पता लगाया जा सकता है। इससे सुरक्षित प्रसव के लिए उचित मार्गदर्शन मिलता है।”
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