दुर्गा पूजा के अवसर पर इस वर्ष किशनगंज जिले में उत्सव के साथ-साथ स्वदेशी संस्कृति का भी रंग बिखरेगा। उद्योग विभाग के निर्देश पर “स्वदेशी अपनाओ अभियान” के अंतर्गत जिले में खास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना तथा स्थानीय शिल्पकारों व उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है।
प्रशासन द्वारा जिले के कम-से-कम तीन प्रमुख पूजा पंडालों में भारतीय एवं बिहार की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। इन प्रदर्शनियों के मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ पंडालों को पुरस्कार से नवाजा जाएगा। प्रथम स्थान प्राप्त पंडाल को ₹25,000, द्वितीय स्थान को ₹15,000 और तृतीय स्थान को ₹5,000 की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
इसके साथ ही, चयनित पूजा स्थलों पर उद्योग विभाग की ओर से विशेष पंडाल या टेंट स्थापित किया जाएगा, जहां खादी वस्त्र, हस्तनिर्मित उत्पाद तथा एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना से जुड़ी सामग्रियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जाएगी। इन वस्तुओं पर 50% विशेष छूट भी उपलब्ध होगी, जिससे आमजन में स्वदेशी उत्पादों के प्रति रुचि बढ़ेगी।
जिला प्रशासन के अनुसार, यह पहल न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देगी, बल्कि लोगों को भारतीय परंपरा व सांस्कृतिक धरोहर से भी जोड़ने का कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त, 21 सितम्बर से 31 अक्टूबर 2025 तक जिला उद्यान केन्द्र, बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड एवं KVIC के सहयोग से खादी वस्त्रों, खादी उत्पादों एवं अन्य हस्तनिर्मित वस्तुओं पर 50 प्रतिशत छूट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
प्रशासन ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि इस अभियान में भाग लेकर स्वदेशी वस्तुओं का अधिकाधिक उपयोग करें और देश की आर्थिक एवं सांस्कृतिक मजबूती में सहयोग दें।
सारस न्यूज, किशनगंज।
दुर्गा पूजा के अवसर पर इस वर्ष किशनगंज जिले में उत्सव के साथ-साथ स्वदेशी संस्कृति का भी रंग बिखरेगा। उद्योग विभाग के निर्देश पर “स्वदेशी अपनाओ अभियान” के अंतर्गत जिले में खास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना तथा स्थानीय शिल्पकारों व उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है।
प्रशासन द्वारा जिले के कम-से-कम तीन प्रमुख पूजा पंडालों में भारतीय एवं बिहार की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। इन प्रदर्शनियों के मूल्यांकन के बाद सर्वश्रेष्ठ पंडालों को पुरस्कार से नवाजा जाएगा। प्रथम स्थान प्राप्त पंडाल को ₹25,000, द्वितीय स्थान को ₹15,000 और तृतीय स्थान को ₹5,000 की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
इसके साथ ही, चयनित पूजा स्थलों पर उद्योग विभाग की ओर से विशेष पंडाल या टेंट स्थापित किया जाएगा, जहां खादी वस्त्र, हस्तनिर्मित उत्पाद तथा एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना से जुड़ी सामग्रियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जाएगी। इन वस्तुओं पर 50% विशेष छूट भी उपलब्ध होगी, जिससे आमजन में स्वदेशी उत्पादों के प्रति रुचि बढ़ेगी।
जिला प्रशासन के अनुसार, यह पहल न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देगी, बल्कि लोगों को भारतीय परंपरा व सांस्कृतिक धरोहर से भी जोड़ने का कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त, 21 सितम्बर से 31 अक्टूबर 2025 तक जिला उद्यान केन्द्र, बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड एवं KVIC के सहयोग से खादी वस्त्रों, खादी उत्पादों एवं अन्य हस्तनिर्मित वस्तुओं पर 50 प्रतिशत छूट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
प्रशासन ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि इस अभियान में भाग लेकर स्वदेशी वस्तुओं का अधिकाधिक उपयोग करें और देश की आर्थिक एवं सांस्कृतिक मजबूती में सहयोग दें।
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