शनिवार को सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल, किशनगंज परिसर में विद्यालय हितधारकों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्षा डॉ. मीना कुमारी ने की, जबकि कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या भारती बिहार क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम जी ने दीप प्रज्वलन कर किया।
नई शिक्षा नीति और विद्यालय की जिम्मेदारी
बैठक की शुरुआत प्रदेश सचिव रामलाल सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति (NEP-2020) का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को व्यवहारिक एवं मूल्यपरक शिक्षा से जोड़ना है। विद्या भारती के विद्यालयों में यह पद्धति पहले से ही अपनाई गई है, अब सैनिक स्कूल के रूप में इसकी जिम्मेदारी और भी अधिक हो गई है।
सहयोग और संकल्प का आह्वान
अपने प्रेरक संबोधन में क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम जी ने विद्या भारती की शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन और त्याग से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। अध्यक्षता कर रहीं डॉ. मीना कुमारी ने विद्यालय को हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही विद्यालय की पहली प्राथमिकता है।
सम्मान और समापन
विद्यालय के प्राचार्य नागेंद्र कुमार तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि संगठन मंत्री का विद्यालय आगमन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। अंत में प्रशांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
बैठक के प्रमुख निष्कर्ष
सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल किशनगंज में हितधारकों की बैठक आयोजित हुई।
नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और विद्यालय की भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई।
विद्यालय विकास हेतु सहयोग और संकल्प का वचन दिया गया।
संगठन मंत्री ने विद्या भारती की उपलब्धियों व राष्ट्र निर्माण में योगदान पर विचार रखे।
प्राचार्य ने अतिथियों का अंगवस्त्र देकर स्वागत और सम्मान किया।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
शनिवार को सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल, किशनगंज परिसर में विद्यालय हितधारकों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंध समिति की अध्यक्षा डॉ. मीना कुमारी ने की, जबकि कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या भारती बिहार क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम जी ने दीप प्रज्वलन कर किया।
नई शिक्षा नीति और विद्यालय की जिम्मेदारी
बैठक की शुरुआत प्रदेश सचिव रामलाल सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति (NEP-2020) का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को व्यवहारिक एवं मूल्यपरक शिक्षा से जोड़ना है। विद्या भारती के विद्यालयों में यह पद्धति पहले से ही अपनाई गई है, अब सैनिक स्कूल के रूप में इसकी जिम्मेदारी और भी अधिक हो गई है।
सहयोग और संकल्प का आह्वान
अपने प्रेरक संबोधन में क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम जी ने विद्या भारती की शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के जीवन और त्याग से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। अध्यक्षता कर रहीं डॉ. मीना कुमारी ने विद्यालय को हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही विद्यालय की पहली प्राथमिकता है।
सम्मान और समापन
विद्यालय के प्राचार्य नागेंद्र कुमार तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि संगठन मंत्री का विद्यालय आगमन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। अंत में प्रशांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
बैठक के प्रमुख निष्कर्ष
सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल किशनगंज में हितधारकों की बैठक आयोजित हुई।
नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और विद्यालय की भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई।
विद्यालय विकास हेतु सहयोग और संकल्प का वचन दिया गया।
संगठन मंत्री ने विद्या भारती की उपलब्धियों व राष्ट्र निर्माण में योगदान पर विचार रखे।
प्राचार्य ने अतिथियों का अंगवस्त्र देकर स्वागत और सम्मान किया।
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