बुधवार को ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन (एआईएसएमए) के केंद्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अपनी मांगों के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित एकदिवसीय अनशन और भूख हड़ताल किया गया हैं। इस भूख हड़ताल के समर्थन में देशभर के स्टेशन मास्टरों ने भी अपने अपने संबंधित रेलवे स्टेशनों में पेंडिंग डिमांड बेज लगाकर ड्यूटी किया। इसी कड़ी में किशनगंज रेलवे स्टेशन में भी स्टेशन मास्टरों ने भूख हड़ताल के समर्थन में पेंडिंग डिमांड बैज लगाकर ड्यूटी किया।
इस संबंध में स्टेशन मास्टर सह शाखा सचिव सुनील मोहन झा ने बताया कि हमारी मुख्य मांगे हैं- सभी स्टेशन मास्टरों को नाइट ड्यूटी भत्ता मिले, स्टेशन मास्टरों को तनाव भत्ता और सुरक्षा भत्ता मिले। सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाए। भारतीय रेलवे से 12 घंटे की ड्यूटी रोस्टर को समाप्त किया जाए। एमएसीपी को पहली जनवरी 2016 से लागू किया जाए तथा सभी स्टेशन मास्टरों के ऑफिस को वातानुकूलित बनवाया जाए।
उन्होंने बताया कि स्टेशन मास्टर एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर रेलवे बोर्ड से भी मिले लेकिन मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यह अपनी मांगों को लेकर लेबर कोर्ट भी गए लेकिन वहां भी रेलवे के बड़े अधिकारियों द्वारा आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिला। इसीलिए स्टेशन मास्टरों को अपनी मांग की समर्थन में भूख हड़ताल पर जाना पड़ा। रेलवे बोर्ड के सौतेला व्यवहार के कारण स्टेशन मास्टरों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए साथ ही साथ अपनी मांगों के समर्थन में पेंडिंग डिमांड बैज लगाकर ड्यूटी करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध जताया।
इस बैठक में स्टेशन मास्टर सह शाखा सचिव सुनील मोहन झा, किशनगंज के स्टेशन अधीक्षक दिलीप कुमार ठाकुर, स्टेशन अधीक्षक संजय कुमार, धर्मवीर कुमार, अमरेंद्र कुमार एवं स्टेशन मास्टर बलराम प्रसाद सिंह भी शामिल हुए।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बुधवार को ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन (एआईएसएमए) के केंद्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अपनी मांगों के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित एकदिवसीय अनशन और भूख हड़ताल किया गया हैं। इस भूख हड़ताल के समर्थन में देशभर के स्टेशन मास्टरों ने भी अपने अपने संबंधित रेलवे स्टेशनों में पेंडिंग डिमांड बेज लगाकर ड्यूटी किया। इसी कड़ी में किशनगंज रेलवे स्टेशन में भी स्टेशन मास्टरों ने भूख हड़ताल के समर्थन में पेंडिंग डिमांड बैज लगाकर ड्यूटी किया।
इस संबंध में स्टेशन मास्टर सह शाखा सचिव सुनील मोहन झा ने बताया कि हमारी मुख्य मांगे हैं- सभी स्टेशन मास्टरों को नाइट ड्यूटी भत्ता मिले, स्टेशन मास्टरों को तनाव भत्ता और सुरक्षा भत्ता मिले। सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाए। भारतीय रेलवे से 12 घंटे की ड्यूटी रोस्टर को समाप्त किया जाए। एमएसीपी को पहली जनवरी 2016 से लागू किया जाए तथा सभी स्टेशन मास्टरों के ऑफिस को वातानुकूलित बनवाया जाए।
उन्होंने बताया कि स्टेशन मास्टर एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर रेलवे बोर्ड से भी मिले लेकिन मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यह अपनी मांगों को लेकर लेबर कोर्ट भी गए लेकिन वहां भी रेलवे के बड़े अधिकारियों द्वारा आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं मिला। इसीलिए स्टेशन मास्टरों को अपनी मांग की समर्थन में भूख हड़ताल पर जाना पड़ा। रेलवे बोर्ड के सौतेला व्यवहार के कारण स्टेशन मास्टरों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए साथ ही साथ अपनी मांगों के समर्थन में पेंडिंग डिमांड बैज लगाकर ड्यूटी करते हुए शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध जताया।
इस बैठक में स्टेशन मास्टर सह शाखा सचिव सुनील मोहन झा, किशनगंज के स्टेशन अधीक्षक दिलीप कुमार ठाकुर, स्टेशन अधीक्षक संजय कुमार, धर्मवीर कुमार, अमरेंद्र कुमार एवं स्टेशन मास्टर बलराम प्रसाद सिंह भी शामिल हुए।
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