टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के मेहनतकश किसान और किसान मजदूर द्वारा मक्के की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है। यहां के किसान और किसान मजदूर मक्के की पैदावार कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने तथा परिवार के भरण-पोषण के लिए व्यावसायिक मक्के की खेती करते हैं। लेकिन मक्के की कीमत में गिरावट से किसानों में काफी निराशा देखी जा रही है।
बताते चलें कि इस वर्ष अन्य वर्ष की भांति किसानों ने बेहतर मक्का उत्पादन किया है। इसके बावजूद भी उन्हें उचित आर्थिक लाभ नहीं मिल पा रहा है। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में से चिल्हनियॉ पंचायत के किसान प्रेम लाल मंडल, माया नंद मंडल, रामनाथ सिंह, अखिलेश्वर यादव, विनय कुमार सिंह, झड़ी लाल साह, खुशीलाल मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद साह, हरिप्रसाद मंडल, देवनारायण मंडल, दयानंद मंडल, अनंत लाल शर्मा, इंन्द्रा नंद मंडल, इंद्र लाल शर्मा सहित किसानों की मानें तो अप्रैल माह के पहला सप्ताह तक मक्का प्रति क्विंटल ₹1800 से ₹1900 तक बिक रहा था लेकिन अब महज ₹1500 से ₹1600 प्रति क्विंटल हो गया है। किसान कहते हैं कि मक्का को तैयार करने में बहुत अधिक कठिनाई होती है।
वहीं चिल्हनियॉ, हवाकोल, डाकपोखर, बैगना, मटियारी, कालपीर, धवेली, झुनकी मुसहरा, खनियाबाद पंचायत सहित अन्य पंचायत के किसानों की मानें तो इस साल मक्के की पैदावार अच्छी हुई है। इस वर्ष मक्के की अच्छे पैदावार के कारण अगले फसल के लिए पूंजी की चिंता एकदम नहीं थी। परंतु अभी जो मक्के का वर्तमान बाजार भाव है उससे मक्के की खेती में हुए खर्च के पैसे भी नहीं निकल सकेगा। जिसके कारण सभी मंसूबों पर हमलोगों के पानी फिर सा गया है। किसानों का कहना है कि यदि मक्के का बाजार भाव ₹2200 से ₹2500 हो जाता तो हमलोग और भी अच्छी व्यावसायिक खेती हेतु जान लगा पाते।
सारस न्यूज, टेढ़ागाछ।
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के मेहनतकश किसान और किसान मजदूर द्वारा मक्के की खेती व्यापक पैमाने पर की जाती है। यहां के किसान और किसान मजदूर मक्के की पैदावार कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने तथा परिवार के भरण-पोषण के लिए व्यावसायिक मक्के की खेती करते हैं। लेकिन मक्के की कीमत में गिरावट से किसानों में काफी निराशा देखी जा रही है।
बताते चलें कि इस वर्ष अन्य वर्ष की भांति किसानों ने बेहतर मक्का उत्पादन किया है। इसके बावजूद भी उन्हें उचित आर्थिक लाभ नहीं मिल पा रहा है। टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में से चिल्हनियॉ पंचायत के किसान प्रेम लाल मंडल, माया नंद मंडल, रामनाथ सिंह, अखिलेश्वर यादव, विनय कुमार सिंह, झड़ी लाल साह, खुशीलाल मंडल, अनिरुद्ध प्रसाद साह, हरिप्रसाद मंडल, देवनारायण मंडल, दयानंद मंडल, अनंत लाल शर्मा, इंन्द्रा नंद मंडल, इंद्र लाल शर्मा सहित किसानों की मानें तो अप्रैल माह के पहला सप्ताह तक मक्का प्रति क्विंटल ₹1800 से ₹1900 तक बिक रहा था लेकिन अब महज ₹1500 से ₹1600 प्रति क्विंटल हो गया है। किसान कहते हैं कि मक्का को तैयार करने में बहुत अधिक कठिनाई होती है।
वहीं चिल्हनियॉ, हवाकोल, डाकपोखर, बैगना, मटियारी, कालपीर, धवेली, झुनकी मुसहरा, खनियाबाद पंचायत सहित अन्य पंचायत के किसानों की मानें तो इस साल मक्के की पैदावार अच्छी हुई है। इस वर्ष मक्के की अच्छे पैदावार के कारण अगले फसल के लिए पूंजी की चिंता एकदम नहीं थी। परंतु अभी जो मक्के का वर्तमान बाजार भाव है उससे मक्के की खेती में हुए खर्च के पैसे भी नहीं निकल सकेगा। जिसके कारण सभी मंसूबों पर हमलोगों के पानी फिर सा गया है। किसानों का कहना है कि यदि मक्के का बाजार भाव ₹2200 से ₹2500 हो जाता तो हमलोग और भी अच्छी व्यावसायिक खेती हेतु जान लगा पाते।
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