ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन में कटिहार जिले से भटका एक नाबालिग बच्चा चाइल्ड लाइन ठाकुरगंज की टीम को मिला और बाल गृह किशनगंज को सुपुर्द कर दिया गया। जानकारी के अनुसार बुधवार को ठाकुरगंज चाइल्ड लाइन को मालदा टाउन डीएमयू ट्रेन से एक यात्री ने चाईल्डलाइन को सूचना मिली की मालदा टाउन डीएमयू ट्रेन में एक बच्चा भटककर यात्रा कर रहा है। मामले की जानकारी मिलते ही ठाकुरगंज चाइल्ड लाइन के समन्वयक परिमल कुमार सिंह रेलवे स्टेशन पहुंचे और सूचक रेलयात्री से भटके बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। भटके बच्चे से पूछताछ में पता चला कि उसका नाम रमेश कुमार पिता सुनील कुमार शर्मा ग्राम परवेली थाना जिला कटिहार का निवासी है। चाइल्डलाइन ने थाना में जीडी कराया और सीडब्लूसी को सूचना दिया। इसके बाद दो दिन से भुखे बालक को समन्वयक परिमल कुमार सिंह ने खाना खिलाया। इस दौरान परिमल कुमार सिंह ने भटके बच्चे से घर से निकलने की जानकारी ली।
जानकारी के मुताबिक बालक रमेश कुमार की मां घर पर रहती हैं और पिता सुनील कुमार शर्मा लुधियाना में मजदूरी करते हैं। इसे अपने पिता की बहुत याद आती थी। इसलिए भटका बालक घर से निकल कर बिना किसी पत्ते के पिता से मिलने की चाहत में अपने गांव से चांदनी चौक -चैनपुर-सोनैली होते हुए कटिहार तक दिल्ली के लिए निकला और भटकते भटकते सिलीगुड़ी जानेवाली मालदा डीएमयू ट्रेन में चढ़ गया। परिमल कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे को चाइल्डलाइन के द्वारा बाल गृह किशनगंज में सुपुर्द कर बालक के मां को सूचित कर दिया गया है। वैध कागजी कार्यवाही के बाद भटके बालक को उसे स्वजन को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन में कटिहार जिले से भटका एक नाबालिग बच्चा चाइल्ड लाइन ठाकुरगंज की टीम को मिला और बाल गृह किशनगंज को सुपुर्द कर दिया गया। जानकारी के अनुसार बुधवार को ठाकुरगंज चाइल्ड लाइन को मालदा टाउन डीएमयू ट्रेन से एक यात्री ने चाईल्डलाइन को सूचना मिली की मालदा टाउन डीएमयू ट्रेन में एक बच्चा भटककर यात्रा कर रहा है। मामले की जानकारी मिलते ही ठाकुरगंज चाइल्ड लाइन के समन्वयक परिमल कुमार सिंह रेलवे स्टेशन पहुंचे और सूचक रेलयात्री से भटके बच्चे को अपने कब्जे में ले लिया। भटके बच्चे से पूछताछ में पता चला कि उसका नाम रमेश कुमार पिता सुनील कुमार शर्मा ग्राम परवेली थाना जिला कटिहार का निवासी है। चाइल्डलाइन ने थाना में जीडी कराया और सीडब्लूसी को सूचना दिया। इसके बाद दो दिन से भुखे बालक को समन्वयक परिमल कुमार सिंह ने खाना खिलाया। इस दौरान परिमल कुमार सिंह ने भटके बच्चे से घर से निकलने की जानकारी ली।
जानकारी के मुताबिक बालक रमेश कुमार की मां घर पर रहती हैं और पिता सुनील कुमार शर्मा लुधियाना में मजदूरी करते हैं। इसे अपने पिता की बहुत याद आती थी। इसलिए भटका बालक घर से निकल कर बिना किसी पत्ते के पिता से मिलने की चाहत में अपने गांव से चांदनी चौक -चैनपुर-सोनैली होते हुए कटिहार तक दिल्ली के लिए निकला और भटकते भटकते सिलीगुड़ी जानेवाली मालदा डीएमयू ट्रेन में चढ़ गया। परिमल कुमार सिंह ने बताया कि बच्चे को चाइल्डलाइन के द्वारा बाल गृह किशनगंज में सुपुर्द कर बालक के मां को सूचित कर दिया गया है। वैध कागजी कार्यवाही के बाद भटके बालक को उसे स्वजन को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
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