शहर की सभी प्रमुख सड़कें जर्जर हैं। सभी सड़कें सीमेंट से बनी हैं जिसमें कई जगहों पर गड्ढे बन गए हैं। बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाता है। वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशानी होती है। बड़े व चारपहिया वाहनों को छोड़ दें तो साइकिल, मोटरसाइकिल सवार इन गड्ढों में फंसकर कई बार गिर भी जाते हैं। ई-रिक्शा आए दिन खराब हो जाते हैं और पलट भी जाता है। वैसे लोग जो अपने बीमार परिजनों काे लेकर ई-रिक्शा से किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो सर्वाधिक खराब स्थिति मरीजों की होती है।
लोग बताते हैं कि 15 वर्ष पूर्व शहर की सड़कों का निर्माण हुआ था। सभी जगहों पर तारकोल की जगह शहर में सीमेंट की सड़कें बनाई गई। कुछ दिनों तक तो यह ठीक रही लेकिन उसके बाद इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण सड़कें कई जगहों पर टूट गई। आज तक इन सड़कों के मेंटेनेंस पर कोई खर्च ही नहीं किया गया। अभी छह माह पूर्व रमजान पुल के आगे सौदागरपट्टी रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने की शिकायत पर डीएम ने संज्ञान लिया।
तब जाकर पुल से लेकर कागजिया पट्टी मोड़ तक इस सड़क का निर्माण किया गया। बड़ा सवाल ये है कि आखिर सड़कों का निर्माण कब होगा? और नगरीय टैक्स वसूलने वाला नगर परिषद के लिए सड़क निर्माण का क्या पैमाना है। आखिर कब तक शहरवासी इन जर्जर सड़कों पर चलने को मजबूर रहेंगे।
किसी सड़क की स्थिति अच्छी नहीं डे मार्केट चौक एक तिराहा है। यहां एक फ्लाईओवर डुमरिया से आकर मिलता है जबकि दूसरा बस स्टैंड से। यहां की सड़क गड्ढों तब्दील है। मुख्य बाजार जानेवाली अस्पताल रोड की स्थिति जर्जर है। सदर अस्पताल के सामने तो सड़क के बीच बने गड्ढे इतने संकरे और चिकने हो गए हैं कि बाइक या साइकिल सवार सवार चोटिल हो जा रहे हैं। हर महीने दस-बीस छोटी दुर्घटनाएं इस सड़क पर जर्जर सड़क के कारण होती है। ऐसी ही स्थिति भगतटोली रोड, तेघरिया, सौदागरपट्टी रोड, लोहारपट्टी, चूड़ीपट्टी, पश्चिमपाली आदि सड़कों की है।
राहगीर व आम निवासी परेशान अस्पताल रोड निवासी अरुण साहा ने बताया कि शहर की सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। सड़क के कारण राहगीर और आम निवासी परेशान हैं। खासकर मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। जब वे ई रिक्शा से डॉक्टर के पास दिखाने जाते हैं। जल्द शहर की सड़कों को निर्माण कराना चाहिए। भगत टोली रोड निवासी विदुर साह ने कहा कि सड़क जर्जर होने के कारण भी जाम लगता है। अगर निर्माण जल्द कराया जाता है। जो जाम से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा।चुनाव बाद निर्माणनगर परिषद के एक्सक्यूटिव दीपक कुमार ने स्वीकार किया कि कुछ जगहों पर सड़कें जर्जर है। उसकी रिपेयरिंग का कार्य जल्द कराया जाएगा। इसको लेकर प्लान किया जा रहा है। नगर निकाय चुनाव के बाद सड़कों का निर्माण कराया जाएगा।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
शहर की सभी प्रमुख सड़कें जर्जर हैं। सभी सड़कें सीमेंट से बनी हैं जिसमें कई जगहों पर गड्ढे बन गए हैं। बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाता है। वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशानी होती है। बड़े व चारपहिया वाहनों को छोड़ दें तो साइकिल, मोटरसाइकिल सवार इन गड्ढों में फंसकर कई बार गिर भी जाते हैं। ई-रिक्शा आए दिन खराब हो जाते हैं और पलट भी जाता है। वैसे लोग जो अपने बीमार परिजनों काे लेकर ई-रिक्शा से किसी डॉक्टर के पास जाते हैं तो सर्वाधिक खराब स्थिति मरीजों की होती है।
लोग बताते हैं कि 15 वर्ष पूर्व शहर की सड़कों का निर्माण हुआ था। सभी जगहों पर तारकोल की जगह शहर में सीमेंट की सड़कें बनाई गई। कुछ दिनों तक तो यह ठीक रही लेकिन उसके बाद इसके रखरखाव पर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण सड़कें कई जगहों पर टूट गई। आज तक इन सड़कों के मेंटेनेंस पर कोई खर्च ही नहीं किया गया। अभी छह माह पूर्व रमजान पुल के आगे सौदागरपट्टी रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने की शिकायत पर डीएम ने संज्ञान लिया।
तब जाकर पुल से लेकर कागजिया पट्टी मोड़ तक इस सड़क का निर्माण किया गया। बड़ा सवाल ये है कि आखिर सड़कों का निर्माण कब होगा? और नगरीय टैक्स वसूलने वाला नगर परिषद के लिए सड़क निर्माण का क्या पैमाना है। आखिर कब तक शहरवासी इन जर्जर सड़कों पर चलने को मजबूर रहेंगे।
किसी सड़क की स्थिति अच्छी नहीं डे मार्केट चौक एक तिराहा है। यहां एक फ्लाईओवर डुमरिया से आकर मिलता है जबकि दूसरा बस स्टैंड से। यहां की सड़क गड्ढों तब्दील है। मुख्य बाजार जानेवाली अस्पताल रोड की स्थिति जर्जर है। सदर अस्पताल के सामने तो सड़क के बीच बने गड्ढे इतने संकरे और चिकने हो गए हैं कि बाइक या साइकिल सवार सवार चोटिल हो जा रहे हैं। हर महीने दस-बीस छोटी दुर्घटनाएं इस सड़क पर जर्जर सड़क के कारण होती है। ऐसी ही स्थिति भगतटोली रोड, तेघरिया, सौदागरपट्टी रोड, लोहारपट्टी, चूड़ीपट्टी, पश्चिमपाली आदि सड़कों की है।
राहगीर व आम निवासी परेशान अस्पताल रोड निवासी अरुण साहा ने बताया कि शहर की सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। सड़क के कारण राहगीर और आम निवासी परेशान हैं। खासकर मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। जब वे ई रिक्शा से डॉक्टर के पास दिखाने जाते हैं। जल्द शहर की सड़कों को निर्माण कराना चाहिए। भगत टोली रोड निवासी विदुर साह ने कहा कि सड़क जर्जर होने के कारण भी जाम लगता है। अगर निर्माण जल्द कराया जाता है। जो जाम से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा।चुनाव बाद निर्माणनगर परिषद के एक्सक्यूटिव दीपक कुमार ने स्वीकार किया कि कुछ जगहों पर सड़कें जर्जर है। उसकी रिपेयरिंग का कार्य जल्द कराया जाएगा। इसको लेकर प्लान किया जा रहा है। नगर निकाय चुनाव के बाद सड़कों का निर्माण कराया जाएगा।
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