बीएसएफ 152 बटालियन द्वारा सीमा चौकी नटवर टोला में शहीद खुदीराम बोस ओपन ऑडीटोरियम का उद्घाटन किया गया। सोमवार को 152वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रिय मुख्यालय किशनगंज में शहीद खुदीराम बोस ओपन ऑडीटोरियम का उद्घाटन सी० डी० अग्रवाल, उप महानिरिक्षक किशनगंज के कर कमलो द्वारा सम्पन्न हुआ, इस मौके पर 152वीं वाहिनी के संदीप कुमार खत्री, समादेष्टा और विवेक सिंह, उप कमान अधिकारी के अलावा वाहिनी के अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारीगण और जवानों की काफी संख्या मौजूद रही।
इस दौरान उप निरिक्षक महोदय ने जवानों को सम्बोधित करते हुए यह कहा कि आप लोगों ने जो अपने निजी संसाधनों से यह ऑडीटोरियम तैयार किया है इसमें आपने काफी मेहनत भी की है। जो की अत्यन्त सराहनीय है कि आप लोग अपनी नियमित दिनचर्या के अलावा व्यस्त रहते वाले समय में बहुत हुए भी यह ऑडीटोरियम बनाया है यह आने उपयोगी रहेगा।
इसके अलावा इस ऑडीटोरियम की विशेष बात यह भी है इसका नाम देश के महान स्वतंत्रा सेनानी शहीद खुदीराम बोस के नाम पर रखा गया है जिससे यह प्रतीत होता है कि हम अपने शहीदो को सदैव स्मरण रखते है और ऐसी छोटी-छोटी उपलब्धियों भी आने वाली पीढ़ियों को यह याद दिलाती रहेगी कि हमारे वर्तमान की प्रगति में शहीदों की कुर्बानियों की देन है, कहा कि अपने नियमित कार्य के अलावा इम सबको कुछ न कुछ भविष्य में काम आने वाली चीजों पर हमेशा कार्य करते रहना चाहिए इस कार्य के लिए उन्होंने जवानों को पारितोषिक भी दिया।
सारस न्यूज, गलगलिया, किशनगंज।
बीएसएफ 152 बटालियन द्वारा सीमा चौकी नटवर टोला में शहीद खुदीराम बोस ओपन ऑडीटोरियम का उद्घाटन किया गया। सोमवार को 152वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल क्षेत्रिय मुख्यालय किशनगंज में शहीद खुदीराम बोस ओपन ऑडीटोरियम का उद्घाटन सी० डी० अग्रवाल, उप महानिरिक्षक किशनगंज के कर कमलो द्वारा सम्पन्न हुआ, इस मौके पर 152वीं वाहिनी के संदीप कुमार खत्री, समादेष्टा और विवेक सिंह, उप कमान अधिकारी के अलावा वाहिनी के अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारीगण और जवानों की काफी संख्या मौजूद रही।
इस दौरान उप निरिक्षक महोदय ने जवानों को सम्बोधित करते हुए यह कहा कि आप लोगों ने जो अपने निजी संसाधनों से यह ऑडीटोरियम तैयार किया है इसमें आपने काफी मेहनत भी की है। जो की अत्यन्त सराहनीय है कि आप लोग अपनी नियमित दिनचर्या के अलावा व्यस्त रहते वाले समय में बहुत हुए भी यह ऑडीटोरियम बनाया है यह आने उपयोगी रहेगा।
इसके अलावा इस ऑडीटोरियम की विशेष बात यह भी है इसका नाम देश के महान स्वतंत्रा सेनानी शहीद खुदीराम बोस के नाम पर रखा गया है जिससे यह प्रतीत होता है कि हम अपने शहीदो को सदैव स्मरण रखते है और ऐसी छोटी-छोटी उपलब्धियों भी आने वाली पीढ़ियों को यह याद दिलाती रहेगी कि हमारे वर्तमान की प्रगति में शहीदों की कुर्बानियों की देन है, कहा कि अपने नियमित कार्य के अलावा इम सबको कुछ न कुछ भविष्य में काम आने वाली चीजों पर हमेशा कार्य करते रहना चाहिए इस कार्य के लिए उन्होंने जवानों को पारितोषिक भी दिया।
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