ठाकुरगंज नगर को जाम मुक्त, ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त व यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने हेतू सुरक्षा प्रहरियो की बहाली के साथ सर्वे रिपोर्ट को बुधवार को नगर मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल एवं कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक के नेतृत्व में पार्षदो की उपस्थिति में लोगो के सामने रखा गया। प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल ने कहा कि नगर की सड़कों पर ढाई लाख लोगो का आवागमन का दबाब है। व्यवसाय रूप से किन किन मार्गो का लोग उपयोग करते हैं। किन किन सड़कों पर सड़क दुर्घटना की आशंका अधिक है। उसे चिन्हित किया गया है। किन किन सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था दुरूस्त है और नही है? कहां कहां सुरक्षित यातायात सबंधित साइन बोर्डो की व्यवस्था की जा सकती है? पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से कहां कहां पौधरोपण किया जा सकता है? पांव पैदल चलने वाले लोगो के हेतू सड़क चौड़ाई का निर्धारण, यातायात नियमो के पालन हेतू उचित व्यवस्था। कहां लेन मार्का, चौराहो पर डिवाइडर, जेब्रा क्रॉसिंग की व्यवस्था संग अन्य बातो का उल्लेख किया गया है। साथ ही बीमार या किसी घर में आग लगने या अन्य दुर्घटना पर सहायता हेतू वाहन को पहुंचाने हेतू सुरक्षित मार्ग का सृजन करना। बड़े वाहनो के आवागमन से नगर की सड़कों पर लगने वाले जाम से मुक्ति हेतू व्यवस्था का भी उल्लेख किया गया है। वहीं कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक ने कहा कि नगर पंचायत के सीमित संसाधनों के साथ जाम से मुक्ति हेतू उठाने वाले कदमो की प्राथमिकता तय पहले की जाएगी। उसके बाद कार्यो को अमलीजामा पहनाया जाएगा। जो बिहार के पहले छोटे नगर पंचायत में उठाया गया पहला कदम होगा। इस मौके पर उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि कृष्ण कुमार सिन्हा, वार्ड पार्षद अमित सिन्हा, पार्षद प्रतिनिधि मनोज चौधरी, अनिल साह व राजीव झा सहित नपं कर्मी मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज नगर को जाम मुक्त, ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त व यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने हेतू सुरक्षा प्रहरियो की बहाली के साथ सर्वे रिपोर्ट को बुधवार को नगर मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल एवं कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक के नेतृत्व में पार्षदो की उपस्थिति में लोगो के सामने रखा गया। प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल ने कहा कि नगर की सड़कों पर ढाई लाख लोगो का आवागमन का दबाब है। व्यवसाय रूप से किन किन मार्गो का लोग उपयोग करते हैं। किन किन सड़कों पर सड़क दुर्घटना की आशंका अधिक है। उसे चिन्हित किया गया है। किन किन सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था दुरूस्त है और नही है? कहां कहां सुरक्षित यातायात सबंधित साइन बोर्डो की व्यवस्था की जा सकती है? पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से कहां कहां पौधरोपण किया जा सकता है? पांव पैदल चलने वाले लोगो के हेतू सड़क चौड़ाई का निर्धारण, यातायात नियमो के पालन हेतू उचित व्यवस्था। कहां लेन मार्का, चौराहो पर डिवाइडर, जेब्रा क्रॉसिंग की व्यवस्था संग अन्य बातो का उल्लेख किया गया है। साथ ही बीमार या किसी घर में आग लगने या अन्य दुर्घटना पर सहायता हेतू वाहन को पहुंचाने हेतू सुरक्षित मार्ग का सृजन करना। बड़े वाहनो के आवागमन से नगर की सड़कों पर लगने वाले जाम से मुक्ति हेतू व्यवस्था का भी उल्लेख किया गया है। वहीं कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक ने कहा कि नगर पंचायत के सीमित संसाधनों के साथ जाम से मुक्ति हेतू उठाने वाले कदमो की प्राथमिकता तय पहले की जाएगी। उसके बाद कार्यो को अमलीजामा पहनाया जाएगा। जो बिहार के पहले छोटे नगर पंचायत में उठाया गया पहला कदम होगा। इस मौके पर उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि कृष्ण कुमार सिन्हा, वार्ड पार्षद अमित सिन्हा, पार्षद प्रतिनिधि मनोज चौधरी, अनिल साह व राजीव झा सहित नपं कर्मी मौजूद थे।
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