फ्री विल वेपटिस्ट सोसाइटी, इम्मानुयल हॉस्पिटल एसोसिएशन एवं बायर क्रॉप साइंस ने आपसी समन्वय सहयोग से ठाकुरगंज प्रखंड के तीन गांव व नपं क्षेत्र के वार्ड नं चार के कुल 200 किसानों के बीच उच्च क्वालिटी की हाइब्रिड धान का बीज वितरण किया। फ्री विल वेपटिस्ट सोसाइटी एवं इम्मानुयल हॉस्पिटल एसोसिएशन के अधिकारियों व कर्मियों के सहयोग से प्रखंड के दल्लेगांव पंचायत के काशीबाड़ी, भोगडाबर पंचायत के हजारी एवं भोगडाबर गांव तथा नपं ठाकुरगंज के वार्ड नं चार में शिविर आयोजित कर किसानों को धान की खेती की आवश्यक जानकारी एवं बीज वितरण का आयोजन किया।
बायर क्रॉप साइंस के रिसोर्स पर्सन रितेश बिड़ला और आकाश साहू ने शिविर में मौजूद किसानों को धान की वैज्ञानिक एवं पारंपरिक रूप से खेती करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुरुआत में धान की खेती में पानी की मात्रा ठिक ठाक रखनी चाहिए। इसके खेत की मेड़ को मजबूत रखें ताकि बारिश अथवा पटवन का पानी खेतों में रह सके। उन्होंने कीटनाशक और खरपतवार को नियंत्रण करने की जानकारी देते हुए कहा कि किसान सावधानी रख धान की फसल को खरपतवारों से बचा सकते हैं। किसान खरपतवार के नियंत्रण हेतु यान्त्रिक विधियों में खुरपी व पैडीवीडर का प्रयोग करते हुए खरपतवार नाशक दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।
संस्था के रिलिफ को-ऑर्डिनेटर सुभाष दास ने बताया कि प्रखंड के चार गांवों में कुल 200 किसानों को प्रशिक्षण देने के बाद उच्च गुणवत्ता वाली बाढ़ प्रतिरोधी और अधिक उत्पादक देने वाले हाइब्रिड धान की बीज मुफ़्त में दी गई है। इस बीज से धान की फसल बाढ़ के पानी में भी लहलहाएगी। इस बीज का धान बाढ़ में तीन- चार दिन पूरी तरह से डूबा भी रहता है तो उसका उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इस मौके पर संस्था के सिलास मुर्मू, महिनूर बेगम, अनिता कुमारी, यासमीन बेगम, शरबत जहां, लुकास सोरेन, विश्वजीत हलदार, रेफाइल सोरेन, प्रकाश दास, ज्योति बानिक, तनवीर नौशाद आदि ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
फ्री विल वेपटिस्ट सोसाइटी, इम्मानुयल हॉस्पिटल एसोसिएशन एवं बायर क्रॉप साइंस ने आपसी समन्वय सहयोग से ठाकुरगंज प्रखंड के तीन गांव व नपं क्षेत्र के वार्ड नं चार के कुल 200 किसानों के बीच उच्च क्वालिटी की हाइब्रिड धान का बीज वितरण किया। फ्री विल वेपटिस्ट सोसाइटी एवं इम्मानुयल हॉस्पिटल एसोसिएशन के अधिकारियों व कर्मियों के सहयोग से प्रखंड के दल्लेगांव पंचायत के काशीबाड़ी, भोगडाबर पंचायत के हजारी एवं भोगडाबर गांव तथा नपं ठाकुरगंज के वार्ड नं चार में शिविर आयोजित कर किसानों को धान की खेती की आवश्यक जानकारी एवं बीज वितरण का आयोजन किया।
बायर क्रॉप साइंस के रिसोर्स पर्सन रितेश बिड़ला और आकाश साहू ने शिविर में मौजूद किसानों को धान की वैज्ञानिक एवं पारंपरिक रूप से खेती करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुरुआत में धान की खेती में पानी की मात्रा ठिक ठाक रखनी चाहिए। इसके खेत की मेड़ को मजबूत रखें ताकि बारिश अथवा पटवन का पानी खेतों में रह सके। उन्होंने कीटनाशक और खरपतवार को नियंत्रण करने की जानकारी देते हुए कहा कि किसान सावधानी रख धान की फसल को खरपतवारों से बचा सकते हैं। किसान खरपतवार के नियंत्रण हेतु यान्त्रिक विधियों में खुरपी व पैडीवीडर का प्रयोग करते हुए खरपतवार नाशक दवाओं का प्रयोग कर सकते हैं।
संस्था के रिलिफ को-ऑर्डिनेटर सुभाष दास ने बताया कि प्रखंड के चार गांवों में कुल 200 किसानों को प्रशिक्षण देने के बाद उच्च गुणवत्ता वाली बाढ़ प्रतिरोधी और अधिक उत्पादक देने वाले हाइब्रिड धान की बीज मुफ़्त में दी गई है। इस बीज से धान की फसल बाढ़ के पानी में भी लहलहाएगी। इस बीज का धान बाढ़ में तीन- चार दिन पूरी तरह से डूबा भी रहता है तो उसका उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इस मौके पर संस्था के सिलास मुर्मू, महिनूर बेगम, अनिता कुमारी, यासमीन बेगम, शरबत जहां, लुकास सोरेन, विश्वजीत हलदार, रेफाइल सोरेन, प्रकाश दास, ज्योति बानिक, तनवीर नौशाद आदि ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
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